पेगासस जासूसी कांड पर रवीश कुमार का तंज़, आप जासूस कमाल के हैं, राजा कैसे बन गए
पेगासस जासूसी कांड को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर विपक्ष चौतरफा हमला कर रहा है। पेगासस स्पाईवेयर से पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनेताओं की जासूसी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पांच अगस्त को सुनवाई करने का निर्णय लिया है।
बता दें कि पत्रकारों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में सुनवाई करने के लिए याचिका डाली गई थी। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में सुनवाई करने की मांग की थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमण की बेंच ने इस मामले में सुनवाई करने का फैसला किया है।
ग़ौर तलब है कि पेगासस जासूसी कांड को लेकर पत्रकार रवीश कुमार ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर करारा तंज कसा है।
रवीश कुमार ने एक फेसबुक पर एक पोस्ट में एक कहानी लिखते हुए केंद्र सरकार पर तंज कसा जिसकी हैडिंग में उन्होंने लिखा: “आप जासूस कमाल के हैं, राजा कैसे बन गए”।
रवीश कुमार ने कहा: कि एक राजा ने एक महिला की बात पर दूसरों की फोन की जासूसी कराने की सोची। जिसके बाद राजा के आदेश पर टेक्नॉलजी की टीम बुलाई गई। वायरस का फार्मूला तैयार हुआ और यह तय किया गया राजा वायरस बन कर हर दिन सौ फ़ोन में जाएगा। सौ घरों की बात लेकर आएगा।
इसके बाद राजा दिन रात लोगों की बातें सुनने लगा। रात को जब फोन वाला सो रहा होता, राजा जाग रहा होता। राजा सब देखने लगा। फोन वाला नहा रहा है। फोन वाला खा रहा है। फोन वाला बाहर जाने के लिए पैंट बदल रहा है। फोन वाली साड़ी बदल रही है। फोन वाला फोटो खींच रहा है। फोन वाला बतिया रहा है। फोन वाला बाहर जा रहा है। फोन वाला किसी उद्योगपति से मिल रहा था।
रवीश कुमार अपने पोस्ट में आगे लिखा: कि इस दौरान गलती से राजा का सच भी फोन वाले के फोन में पहुंच गया. थोड़े दिनों के बाद राजा खुद भी फोन वाले का जीवन जीने लगा। वह भूल गया कि वह एक राजा है। अब वह फोन वाला बन गया। कई दिन के बाद जब राजा की टीम के सदस्यों ने उसका अनुभव पूछा तो राजा ने कहा कि अब मैं वह नहीं हूं जो था। मेरा सच उन लोगों को मिल गया है। मैं ग़लती से उन्हें अपना सच दे दिया। उनकी जासूसी करते करते वो मेरी जासूसी करने लगे। इसपर राजा की एक उस महिला सदस्य ने कहा कि आप जासूस कमाल के हैं। राजा कैसे बन गए।
बता दें कि पत्रकारों की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में पत्रकारों ने पूछा है कि क्या भारत सरकार ने इस्राईली स्पाईवेयर पेगासस को खरीदा था या इसके इस्तेमाल की मंजूरी किसी सरकारी एजेंसी को भी दी थी।
ग़ौर तलब है कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कई देशों में पेगासस को लेकर उपजे विवाद के बीच इस स्पाईवेयर को बनाने वाली कंपनी एनएसओ ने इसकी बिक्री बंद कर दी है।