मध्य प्रदेश में किसानों ने मांगी सामूहिक आत्मदाह की अनुमति
बुरहानपुर में करीब डेढ़ हजार किसानों ने राष्ट्रपति से सामूहिक आत्मदाह की अनुमति मांगी हैं। जिले की खकनार तहसील के तीन गांव पांगरी, बसाली और नागझीरी के किसान गुरुवार को एकत्रित हुए और राष्ट्रपति के नाम लेटर लिखा। जिसमें उन्होंने कहा है कि पांगरी सिंचाई परियोजना का काम बिना मुआवजा तय किए शुरू होता है तो वे सामूहिक रूप से आत्मदाह करेंगे।
दरअसल, जिले की ही खकनार तहसील के गांव पांगरी में मध्यम सिंचाई परियोजना का काम शुरू होना है। इससे पहले किसानों ने इस परियोजना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किसानों का कहना है कि परियोजना का काम बाद में शुरु हो पहले उनको मिलने वाला मुआवजा तय होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो वे सामूहिक रुप से आत्मदाह कर लेंगे।
प्रस्तावित परियोजना की औपचारिक शुरूआत करने के लिए आज जल संसाधन विभाग के इंजीनियर झंडी लगाने पहुंचे थे। जहां पर किसानों ने विभाग के कर्मचारियों को झंडी लगाने से मना कर दिया। किसानों ने कहा कि अभी तक मुआवजे की राशि घोषणा नहीं हुई है। इसलिए यहां पर अभी काम शुरु नहीं हो सकता है।
इस मामले में जंल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हमने एक प्रस्ताव तैयार कर प्रशासन को भेजा। उन्होंने यह प्रस्ताव स्वीकार होगा तभी किसानों को मुआवजे की राशि मिल सकेगी। इस प्रस्ताव में किसाने के लिए 17.71 लाख रूपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजे की राशि तय की गई है।
विभाग के अधिकारी ने आगे कहा कि मुआवजा तय करना और उसे वितरण करना हमारे कार्यक्षेत्र के बाहर है। विभाग पैसा कलेक्टर को पहुंचता है और एसडीएम के माध्यम से वितरण होता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम इस मामले में फिलहाल किसी भी प्रकार गारंटी नहीं दे सकते हैं।