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अगर खेत बेचने पर मजबूर करोगे, तो ट्रैक्टर संसद में चलेगा: राहुल गाँधी

अगर खेत बेचने पर मजबूर करोगे, तो ट्रैक्टर संसद में चलेगा: राहुल गाँधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्र सरकार की तरफ से बनाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे और कहा कि वो संसद में किसानों का संदेश लेकर आए हैं.

राहुल गाँधी ने कहा कि मैं संसद में किसानों का संदेश लेकर आया हूं। केंद्र सरकार किसानों की आवाज दबा रही हैं और किसानों के मुद्दे पर संसद में चर्चा नहीं होने दे रही हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को इन काले कानूनों को निरस्त करना होगा। पूरा देश जानता है कि ये कानून 2-3 बड़े व्यवसायियों के पक्ष में हैं,

भारतीय न्यूज़ एजेंसी एएनआई के अनुसार राहुल गाँधी ने कहा: “सरकार के अनुसार, किसान बहुत खुश हैं और जो (विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान) बाहर बैठे हैं वे आतंकवादी हैं। लेकिन हकीकत में किसानों के अधिकार छीने जा रहे हैं।

इसके साथ ही राहुल गांधी उन कांग्रेस सांसदों में भी शामिल हो गए जो पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं की कथित जासूसी का विरोध कर रहे थे।

बता दें कि आज सुबह जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सांसदों के साथ स्पीकर ओम बिरला ने कारगिल विजय दिवस पर कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और उन्होंने ओलंपिक रजत पदक विजेता मीरा भाई चानू को भी बधाई दी। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ट्रेजरी बेंच से पूछा कि जबकि सदन कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा था। तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहां हैं,

स्पीकर बिड़ला ने तब प्रश्नकाल लिया और मंत्रियों ने 11.25 बजे तक सवालों के जवाब दिए। दोपहर 2 बजे तक कार्यवाही स्थगित करने से पहले स्पीकर ने सांसदों को अपनी सीट पर वापस जाने को कहा। “अगर आप सरकार से जवाब चाहते हैं, तो अपनी सीटों पर वापस जाएं। आप नारे लगा रहे हैं और जवाब मांग रहे हैं।”

जब विपक्षी दलों ने स्नूप गेट और कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर अपना विरोध जारी रखा तो राज्यसभा की कार्यवाही लगभग एक घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया है,। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और अन्य विपक्षी दलों के सांसद सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन के वेल में पहुंच गए थे। जिसपर सदन के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि सदस्यों को सार्वजनिक महत्व के मुद्दों को उठाने से रोका जा रहा है।

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