वकील हसन का घर ध्वस्त किए जाने पर प्रियंका गाँधी ने की आलोचना की
उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सुरंग में कुछ महीने पहले 41 मजदूर फंस गए थे। इन मजदूरों को निकालने में रैट माइनर्स की टीम ने बड़ी भूमिका निभाई थी। उन्हीं रैट माइनर्स में से एक वकील हसन, जो दिल्ली के रहने वाले हैं। खजूरी खास के श्रीराम कॉलोनी में वकील हसन के घर पर डीडीए ने बुलडोजर चला दिया है।
रैट माइनर वकील हसन के घर को बुलडोजर से ढहा दिया गया है। डीडीए की कार्रवाई पर वकील हसन ने कहा कि उन्होंने सरकार से इनाम के रूप में अपना यह घर ही मांगा था, लेकिन दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने बिना कोई नोटिस दिए ही उनके घर को गिरा दिया।
देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया जिसमें एक ऐसे शख्स के मकान को भी गिराया गया जिसने सिल्कयारा सुरंग हादसे के बाद हुए रेस्क्यू में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। दरअसल, दिल्ली विकास प्राधिकरण यानी डीडीए ने खजूरी खास इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। इसमें कई घरों को ढहा दिया गया। डीडीए के इस अभियान के बाद बेघर होने वाले लोगों में वकील हसन भी शामिल हैं।
वकील हसन वही शख्स है जिन्हें पिछले साल नवंबर में अपनी टीम के साथ उत्तरकाशी की सिल्कयारा सुरंग में फंसे हुए 41 श्रमिकों को बचाने के लिए सम्मानित करने का काम किया गया था। अब इस मामले पर दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि मुझे इस बारे में जानकारी मिली है। हम इसकी भरपाई करेंगे और उन्हें घर मुहैया कराएंगे।
इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने डीडीए के अतिक्रमण विरोधी अभियान में ‘रैट होल माइनर’ वकील हसन का मकान तोड़े जाने को लेकर बीजेपी पर हमला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीबों को प्रताड़ित एवं अपमानित करना बीजेपी के ‘अन्यायकाल’ की सच्चाई है। प्रियंका गांधी ने वकील हसन की पत्नी का वीडियो शेयर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपनी बात रखी।