प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी से वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के क़र्ज़ माफ़ी की अपील की
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर केरल के वायनाड इलाके में भूस्खलन (लैंडस्लाइड) से प्रभावित लोगों के क़र्ज़ माफ़ करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा में किसानों, छोटे कारोबारियों और सेवा क्षेत्र से जुड़े लोगों की ज़िंदगी बुरी तरह प्रभावित हुई है, और अब उनकी आर्थिक परेशानी को कम करना सरकार की मानवीय ज़िम्मेदारी है।
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को दूसरी बार पत्र लिखते हुए बताया कि, वायनाड के वे लोग, जिनकी ज़िंदगी 2024 में आए विनाशकारी भूस्खलन के बाद अब तक सामान्य नहीं हो सकी है, आज भी भारी कठिनाइयों से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सैकड़ों परिवार कर्ज़ के बोझ तले दबे हुए हैं और उनके पास अपनी ज़मीन या कारोबार फिर से खड़ा करने के साधन नहीं हैं।
अपने पत्र में प्रियंका गांधी ने लिखा कि इस आपदा के दौरान न सिर्फ खेत और मकान नष्ट हुए, बल्कि सैकड़ों एकड़ ज़मीन अब खेती के लायक भी नहीं बची है। उन्होंने कहा कि वायनाड के कई इलाकों में छोटे और मझोले व्यवसाय पूरी तरह तबाह हो गए और लोगों के रोजगार खत्म हो गए।
प्रियंका ने याद दिलाया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के 2005 के कानून की धारा 13 के तहत सरकार या बैंक, प्रभावित लोगों के कर्ज़ माफ करने का आदेश दे सकते थे, लेकिन मार्च 2025 में इस धारा को हटा दिया गया। उनके मुताबिक, इस संशोधन ने आपदा पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है।
कांग्रेस नेता ने यह भी बताया कि केरल हाईकोर्ट ने जून 2025 में अपने फैसले में कहा था कि भले ही NDMA की धारा 13 रद्द कर दी गई हो, फिर भी केंद्र सरकार के पास संविधान के तहत कर्ज़ माफ़ी का अधिकार मौजूद है। प्रियंका ने ज़ोर देकर कहा कि इस अधिकार का इस्तेमाल मानवीय आधार पर किया जाना चाहिए ताकि प्रभावित परिवारों को फिर से जीवन शुरू करने का मौका मिल सके।
प्रियंका गांधी के अनुसार, वायनाड ज़िला प्रशासन की रिपोर्ट में बताया गया है कि चुरलमाला-मनडकई क्षेत्र के भूस्खलन प्रभावित लोगों पर फरवरी 2025 तक 30.78 करोड़ रुपये का क़र्ज़ बकाया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि केरल बैंक ने पहले ही 4.98 करोड़ रुपये के कर्ज़ को पूरी तरह माफ कर दिया है, जो यह साबित करता है कि अन्य बैंक भी ऐसा कदम उठा सकते हैं।
कांग्रेस के बयान में कहा गया है कि प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से प्रभावित लोगों की ‘न्यायसंगत और मानवीय’ मांगों पर संवेदनशीलता के साथ विचार करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस कठिन समय में क़र्ज़ माफ़ी का फैसला करती है, तो यह न केवल पीड़ित परिवारों को राहत देगा बल्कि जनता का भरोसा भी मज़बूत करेगा।
अपने पत्र के अंत में प्रियंका गांधी ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे को मानवीय दृष्टिकोण से देखेंगे और वायनाड के किसानों व छोटे कारोबारियों के कर्ज़ जल्द माफ़ करने के निर्देश जारी करेंगे।

