वायनाड दौरे पर प्रियंका गांधी ने “एस आई आर” के विरोध की घोषणा की दो
कांग्रेस पार्टी लगातार “एस आई आर” (मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया) के खिलाफ आवाज उठा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता इस मुद्दे पर चुनाव आयोग के तौर-तरीकों पर सवाल खड़े कर रहे हैं। बुधवार को सांसद प्रियंका गांधी ने घोषणा की कि, वह केरल में “एस आई आर” का विरोध करेंगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह बिहार में “एस आई आर” के नाम पर धांधली हुई थी, वैसा ही खेल अब दूसरी राज्यों में भी खेला जा रहा है और कांग्रेस इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी।
प्रियंका गांधी ने यह बयान वायनाड पहुंचने के बाद दिया। उन्होंने कहा कि, चुनाव आयोग कई राज्यों में मतदाता सूची की विशेष समीक्षा की तैयारी में है, जिसमें केरल भी शामिल है। प्रियंका का कहना है, “हमने बिहार में भी इसका विरोध किया था, संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह, और आगे भी हर जगह इसका विरोध जारी रहेगा।”
प्रियंका ने “एस आई आर” को धोखाधड़ी और चुनावी फर्जीवाड़े का एक तरीका बताया और कहा कि, यह लोकतंत्र के खिलाफ एक साज़िश है। बिहार का उदाहरण देते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि जिस तरह वहां मतदाता सूची की विशेष गहन समीक्षा की गई, उससे यह साफ़ है कि इसका उद्देश्य लोगों के मतदान अधिकारों को सीमित करना है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यही तरीका पूरे देश में अपनाया गया तो यह लोकतंत्र पर हमला होगा। उन्होंने कहा, “हमने देखा कि बिहार में क्या हुआ, और अगर वही बाकी राज्यों में दोहराया गया तो यह लोकतंत्र का अपमान होगा।”
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी वायनाड के दो दिवसीय दौरे पर हैं, जहाँ वे अपने संसदीय क्षेत्र में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगी। बुधवार सुबह वे कारीपुर हवाई अड्डे पर पहुँचीं और सड़क मार्ग से वायनाड गईं। रास्ते में उन्होंने मलप्पुरम ज़िले के इरनाड में राजीव गांधी मेमोरियल सरकारी आयुर्वेद डिस्पेंसरी की नई इमारत का उद्घाटन किया। पार्टी सूत्रों के अनुसार, वह अपने दौरे के दौरान स्थानीय लोगों से मुलाकात कर विकास कार्यों की समीक्षा भी करेंगी।
इधर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने भी “एस आई आर” के मुद्दे पर प्रियंका गांधी के रुख का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि 2 नवंबर को होने वाली सर्वदलीय बैठक लोकतंत्र की रक्षा के लिए बुलाई गई है। स्टालिन ने आरोप लगाया कि बीजेपी “एस आई आर” के ज़रिए तमिलनाडु की जनता के मतदान अधिकार छीनने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि वोट देना लोकतंत्र की नींव है, और हम इसे किसी भी कीमत पर कुर्बान नहीं होने देंगे। स्टालिन ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे आपसी मतभेद भूलकर इस बैठक में शामिल हों और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट हों। ध्यान देने योग्य है कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी “एस आई आर” को अलोकतांत्रिक कदम बताया है और चुनाव आयोग की आलोचना की है।

