कांग्रेस छोड़ चुके नेताओं को वापस लाने की रणनीति बनाने में लगी प्रियंका गाँधी
जैसे जैसे उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नज़दीक आ रहा है सारी पार्टियां चुनाव के लिए नई नई रणनीति तैयार करने में लगी हुई हैं कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी इन दिनों उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं. दो दिन वो राजधानी लखनऊ में रहीं, जहां उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कीं और आज रविवार को रायबरेली में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने पहुंची. लखनऊ के दो दिनों के दौरे के दौरान प्रियंका गांधी ने कांग्रेस छोड़ चुके पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं के बारे में संगठन के पदाधिकारियों व सचिवों से सवाल-जवाब किया.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने खास रणनीति के तहत ये जानने की कोशिश की कि आखिर क्या वजह थी जो लोग कांग्रेस छोड़कर अन्य दलों में चले गए. प्रियंका गाँधी सिर्फ यही नहीं रुकी बल्कि उन्होंने उन नेताओं को वापस बुलाने के लिए हर कोशिश करने के भी आदेश दिए और कहा कि यदि जरूरत पड़ती है तो वह खुद चलकर उन नेताओं तक जाएंगी या फिर फोन पर बातचीत करेंगी.
ग़ौर तलब है कि कांग्रेस महासचिव जब लखनऊ में अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रही थीं उसमे भी वो इस एक विषय पर काफी गंभीर दिखाई दीं. यह विषय कुछ और नहीं, बल्कि कांग्रेस छोड़ चुके या निष्क्रिय हो चुके नेताओं के बारे में था.
कांग्रेस महासचिव ने ये जानने की कोशिश की कि आखिर किसकी वजह से ये लोग पार्टी छोड़ने पर मजबूर हो गए. इन सभी नेताओं के बारे में प्रियंका गांधी ने एक-एक करके संगठन के पदाधिकारियों से जाना. उन्होंने यह भी पूछा कि यदि किसी नेता की वजह से ये लोग पार्टी छोड़कर गए हैं तो उनका नाम क्या है.
कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने बैठक के बाद बताया कि ”कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इस बात से काफी नाराज हैं कि नेता और कार्यकर्ता के पार्टी छोड़ने का कारण क्या है. यही नहीं वह यह भी जानना चाहती हैं कि इसके पीछे कौन जिम्मेदार है.
कांग्रेस के प्रवक्ता श्रीवास्तव ने बताया कि प्रियंका गाँधी ने पार्टी छोड़कर जा चुके नेताओं को दोबारा सम्मान के साथ पार्टी में वापस लाने का आदेश दिया है साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि यदि जरूरत पड़ती है तो वह खुद भी उन नेताओं के घर जाकर बातचीत करेंगी.”