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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फर्जीवाड़े के अलावा और कुछ नहीं

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फर्जीवाड़े के अलावा और कुछ नहीं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फर्जी है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को फर्जी बताते हुए के चंद्रशेखर राव ने कहा कि यह अवैज्ञानिक फसल बीमा योजना है जिसे देश में लागू किया जा रहा है।

7 दिनों के लिए आयोजित किए गए विधानसभा सत्र के आखिरी दिन कई मुद्दों पर चर्चा के बीच के चंद्रशेखर राव ने कहा कि प्रचलित प्रक्रिया यह है कि राज्य सरकार बारिश और बाढ़ के कारण किसानों को हुए नुकसान पर केंद्र सरकार के सम्मुख प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत करती हैं। केंद्र सरकार भी 3 या 4 महीने बीत जाने के बाद किसानों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए टीम भेजती है।

नतीजा यह होता है कि किसानों को सहायता प्रदान करने की यह प्रक्रिया बेहद धीमी और जटिल होती है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फर्जी है। यह योजना अवैज्ञानिक है जिसे देश में लागू किया जा रहा है।

के चंद्रशेखर राव ने कहा कि इस योजना का लाभ हर पीड़ित किसान तक पहुंचाने के लिए इसे ठीक करने की जरूरत है। यह योजना कमियों से भरी हुई है। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि इस योजना का लाभ हर उस किसान को मिल रहा है जिसने बारिश और बाढ़ के कारण अपनी फसल गंवाई है।

मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के अनुसार फसल बीमा योजना को कारगर बनाने के लिए एमएस स्वामीनाथन और अशोक गुलाटी समिति की सिफारिशों के बावजूद भी केंद्र सरकार चुप्पी साधे हुए है। पूरा गांव या पूरे का पूरा मंडल प्रभावित है। फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिलने के कारण किसान तंग आ चुके हैं और प्रीमियम का भुगतान करने से कतरा रहे हैं।

मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि सरकार पहले ही जिला कलेक्टरों को चक्रवाती तूफान गुलाब के कारण हुए फसल नुकसान और अन्य नुकसान का आकलन करने का निर्देश दे चुकी है। तेलंगाना सरकार बाढ़ पीड़ित किसानों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।

उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से वित्तीय सहायता ना मिलने पर भी केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि पिछले साल बारिश में भी हैदराबाद को बाढ़ के कारण करीब 8000 करोड रुपए का नुकसान हुआ था लेकिन केंद्र सरकार की ओर से अब तक ₹8 भी जारी नहीं किए गए हैं।

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