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राजनीतिक दल को संयमित भाषा मे बात कहनी चाहिए, देश सबका है: जेडीयू

राजनीतिक दल को संयमित भाषा मे बात कहनी चाहिए, देश सबका है: जेडीयू

जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने दिल्ली में प्रेस कान्फ्रेंस करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अभी भाजपा के साथ बात नही बनी है और मणिपुर में भी नहीं बनी है. उन्होंने कहा कि अगर एनडीए में बात नहीं बनी तो अपने बूते मजबूती से लड़ेंगे. हमारी तैयारी चल रही है और संगठन वहां पर मजबूत है.

अब्बाजान के बयान को लेकर किसी भी राजनीतिक दल को संयमित भाषा मे बात कहनी चाहिए. देश सबका है और ऐसी बात नही होनी चाहिए. हिन्दू मुसलमान सबका देश है.

इंटरव्यू में प्रिंस राज पर लगे आरोप पर पूछे जाने पर ललन सिंह ने कहा कि इस पर आप उनसे जाकर पूछें.वहीं 25 सितंबर को जींद में होने वाली देवीलाल के जन्मदिन पर होने वाली रैली में नीतीश कुमार को न्योता मिला है, लेकिन जो हालात हैं उसको देखते हुए कहा जा रहा है कि तीसरी लहर आ सकती है. बाढ़ फैला हुआ है. बच्चों में बीमारी फैली हुई है.

उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली में कोई महत्वपूर्ण मीटिंग हुई तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उसमें मौजूद रह सकते हैं. हमारी पार्टी अभी एनडीए में है. मजबूती के साथ है

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान को लेकर सियासी गलियारों में सियासत तेज हो गई है. कुशीनगर में एक सभा में सीएम योगी ने कहा कि साल 2017 से पहले “अब्बा जान” कहने वाले राशन हजम कर जाते थे.

सीएम योगी ने कहा, ‘पीएम मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार में तुष्टिकरण की सियासत के लिए कोई जगह नहीं है. क्या 2017 से पहले सभी को राशन मिलता था? ‘अब्बा जान’ कहने वाले ही राशन हजम कर जाते थे.’

बता दें कि ‘अब्बा जान’ लफ्ज का इस्तेमाल ज्यादातर मुस्लिम अपने पिता को पुकारे में करते हैं हैं. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले भी कई ऐसे ही विवादित बयान दिए हैं.

 

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