पीएम के गुजरात दौरे का दूसरा दिन, बोले बनास डेयरी किसानों को बनाएगी सशक्त
गुजरात के बनासकांठा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगो को संबोधित कतरे हुए कहा कि बनास डेयरी में विकास का पहल किसानों को सशक्त बनाएगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे के दूसरे दिन बनासकांठा पहुंचे। जहां उन्होंने बनास डेयरी संकुल में अत्याधुनिक डेयरी परिसर का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद उन्होंने लोगो को संबोधित किया । अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि बनास डेयरी में विकास की पहल किसानों को सशक्त बनाएगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी। पीएम मोदी ने कहा कि हम यहां अनुभव कर सकते हैं कि कैसे सहकारी आंदोलन आत्मानिर्भर भारत अभियान को ताकत दे सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि बनास डेयरी संकुल चीज और व्हे प्लांट इन दोनों का डेयरी सेक्टर के विस्तार में अहम योगदान है। बनास डेयरी ने ये भी सिद्ध किया है कि स्थानीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूसरे संसाधनों का भी उपयोग किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि बीते 1 2 घंटों में मैं यहां अलग अलग जगहों पर गया और डेयरी सेक्टर से जुड़ी सरकारी योजनाओं की लाभार्थियों और पशु पालन बहनों से मेरी विस्तार से बात हुई। इस पूरे समय के दौरान मुझे जो जानकारियां दी गईं उससे मैं बहुत प्रभावित हूं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में गांव की अर्थव्यवस्थाओं को माताओं बहनों के सशक्तिकरण को कैसे बल दिया जा सकता है सहकार कैसे आत्मनिर्भर भारत के अभियान को ताकत दे सकता है ये सब कुछ यहां अनुभव किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आलू और दूध का आपस में कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन बनास डेयरी ने ये रिश्ता भी जोड़ दिया। दूध, दही,छाछ, पनीर, फ्रेंच फ्राइज, बर्गर, पेटीज जैसे उत्पादों को भी बनास डेयरी ने किसानों का सामर्थ्य बना दिया है। ये भारत के लोकल को ग्लोबल बनाने की दिशा में भी एक अच्छा कदम है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज यहां एक बायो-CNG प्लांट का लोकार्पण किया गया है और 4 गोबर गैस प्लांट्स का लगाया है। ऐसे अनेक प्लांट्स बनास डेयरी देशभर में लगाने जा रही है। ये कचरे से कंचन के सरकार के अभियान को मदद करने वाला है। गोबरधन के माध्यम से एक साथ कई लक्ष्य हासिल हो रहे हैं। पीएम ने कहा कि गोबरधन के माध्यम से इससे गांवों में स्वच्छता को बल मिल रहा है पशुपालकों को गोबर का भी पैसा मिल रहा है और गोबर से बायो-CNG और बिजली जैसे उत्पाद तैयार हो रहे हैं। इस पूरी प्रक्रिया में जो जैविक खाद मिलती है उससे किसानों को बहुत मदद मिल रही है ।