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मास्को पहुंचने पर पीएम मोदी का बहुत ही भव्य तरीके से हुआ स्वागत

मास्को पहुंचने पर पीएम मोदी का बहुत ही भव्य तरीके से हुआ स्वागत

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस और ऑस्ट्रिया के तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरे का उद्देश्य दोनों देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपने संदेश में कहा, “हम अगले तीन दिनों तक रूस और ऑस्ट्रिया में रहेंगे। ये दौरे उन देशों के साथ हमारे संबंधों को गहरा करने का एक बेहतरीन अवसर साबित होंगे जिनके साथ भारत की दोस्ती समय की कसौटी पर खरी उतरी है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह दोनों देशों में रह रहे भारतीय समुदाय से बातचीत करने के लिए भी उत्सुक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरे के दौरान वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा करेंगे और विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।

पीएम मोदी सोमवार शाम को रूस के मास्को शहर पहुंचे। मास्को में पीएम मोदी का स्वागत बहुत ही भव्य तरीके से हुआ। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने सरकारी आवास पर मोदी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। पीएम मोदी जब पुतिन के सरकारी आवास पर पहुंचे तो वहां पर पुतिन पहले से खड़े थे। भारतीय प्रधानमंत्री जैसे ही अपनी कार से निकले पुतिन ने आगे बढ़कर हाथ मिलाया और गले लगकर अपनी दोस्ती का इजहार किया।

रूस के साथ विशेष संबंध:
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत और रूस के बीच ऊर्जा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और जन-से-जन के आदान-प्रदान के क्षेत्र में विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी पिछले दस वर्षों में बहुत आगे बढ़ी है। उन्होंने कहा, “मैं अपने मित्र राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा करने और विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए बेहद उत्सुक हूं।”

ऑस्ट्रिया का दौरा:
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रिया के साथ भी संबंधों को और मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रिया के साथ भारत के संबंध भी समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और इस दौरे से इन संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा, “मैं ऑस्ट्रिया में भारतीय समुदाय के साथ संवाद करने और दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए अवसरों का पता लगाने की प्रतीक्षा कर रहा हूं।”

दौरे का महत्व:
यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 22वीं वार्षिक शिखर सम्मेलन के संदर्भ में आयोजित हो रहा है। यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री मोदी रूस और ऑस्ट्रिया का एक साथ दौरा करेंगे। इस दौरे के दौरान विभिन्न उच्च स्तरीय बैठकों और समझौतों की उम्मीद की जा रही है, जिससे इन देशों के साथ भारत के संबंध और मजबूत होंगे।

प्रधानमंत्री के इस दौरे को भारत की विदेश नीति में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिसमें वह वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को और मजबूती देने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौरे के नतीजों पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी होंगी और इससे भारत की वैश्विक साझेदारियों को नई दिशा मिलने की संभावना है।

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