अमेरिका यात्रा पर पीएम मोदी ने ट्रंप के साथ कई अहम समझौतों पर बातचीत की

अमेरिका यात्रा पर पीएम मोदी ने ट्रंप के साथ कई अहम समझौतों पर बातचीत की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन की अमेरिका यात्रा पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क समेत कई अन्य अमेरिकी अधिकारियों से भी मुलाकात की। पीएम मोदी की इस यात्रा में अमेरिका के साथ कई अहम समझौतों पर भी बातचीत हुई है। इसमें 26/11 के आरोपी तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण और फाइटर जेट एफ-35 को लेकर होने वाली डिफेंस डील शामिल है।

वहीं, बातचीत के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को बेहतर निगोशिटर बताया। प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा दोनों देशों के संबंध में एक अहम भूमिका निभा सकती है। एक नजर पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बातचीत से हासिल हुई पांच चीजों पर…

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के आरोपी ताहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित किए जाने की घोषणा की। इस दौरान वहां मौजूद भारतीय प्रधानमंत्री ने भी इसकी खूब तारीफ की। डोनाल्ड ट्रंप ने कहाकि मैं यह घोषणा करते हुए खुशी महसूस कर रहा हूं कि मेरे प्रशासन ने 2008 में मुंबई हमलों के साजिशकर्ता और दुनिया के सबसे दुष्ट लोगों में से एक तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहाकि अब भारत ही उसका फैसला करेगा। इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहाकि वह इस बात से बहुत खुश हैं। भारतीय अदालतें इस बारे में सटीक फैसला लेंगी।

पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर भारत को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। ट्रंप ने मोदी के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहाकि इस साल से हम भारत को सैन्य बिक्री में कई अरब डॉलर की बढ़ोतरी करेंगे। इसमें भी सबसे अहम बात एफ 35 फाइटर जेट्स के बिक्री की बात रही। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसके लिए कोई समय-सीमा नहीं तय की है। वैसे विदेशी सैन्य बिक्री, खासतौर पर एफ-35 जैसे फाइटर जेट्स जैसे अत्याधुनिक तकनीक वाले विमानों की खरीद प्रक्रिया पूरी होने में कई साल लगते हैं। इसके अलावा ट्रंप ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए क्वाड साझेदारी के प्रति प्रतिबद्धता की भी बात कही।

द्विपक्षीय बातचीत के दौरान दोनों देशों ने अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करने के लिए बातचीत पर सहमति जताई। हालांकि ट्रंप ने उच्च शुल्क दरों को लेकर पर भारत पर हमलावर रुख अख्तियार किया और इसके जवाब में नया टैरिफ लागू करने के अपने कदम का बचाव किया। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने कहाकि दुनिया की सबसे बड़ी ओर पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के बीच आपसी लाभकारी व्यापार समझौते पर बहुत जल्द हस्ताक्षर किए जाएंगे। इसमें तेल और गैस पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। मोदी ने व्यापार पर गतिरोध के बीच टैरिफ को कम करने, अधिक अमेरिकी तेल, गैस और लड़ाकू विमानों की खरीद के बारे में बात करने और रियायतें देने की पेशकश की।

प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार के लिए 500 अरब अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने आगे कहाकि दोनों देशों की टीमें आपसी लाभकारी व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए सहयोग करेंगी। संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीएम मोदी ने कहाकि जिस तरह अमेरिका ट्रंप के ‘मागा’ अभियान का समर्थन करते हैं, उसी तरह भारत भी 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने पर ध्यान दे रहा है। उन्होंने यह भी कहाकि भारत और अमेरिका संयुक्त विकास, संयुक्त उत्पादन और टेक्नोलॉजी के ट्रांसफर की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

पीएम मोदी के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय संघषों पर भी बात की। इसमें भारत-चीन सीमा पर तनाव और यूक्रेन में युद्ध पर चर्चा हुई। उन्होंने इसमें कमी लाने पर जोर दिया। भारत-चीन सीमा मामले पर ट्रंप ने जरूरत पड़ने पर मध्यस्थता निभाने का भी ऑफर दिया। उन्होंने कहाकि मैं भारत को देखता हूं। मैं सीमा पर होने वाले संघर्षों को देखता हूं जो काफी खतरनाक हैं। मुझे लगता है कि यह चल ही रहा है। अगर मैं मदद कर सकता हूं, तो मैं मदद करना चाहूंगा, क्योंकि इसे रोका जाना चाहिए।

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