भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रोलिया में रैली की। जिसमे उन्होंने राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। अमित शाह ने क्षेत्र में जल संकट के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि प्रोलिया जिले में क्या आपको घर में नल से पीने का पानी मिलता है? ममता दीदी आपको फ्लोराइडयुक्त पानी पिलाती हैं? एक बार दीदी को यहां से निष्कासित कर दिया गया, तो भाजपा सरकार 10,000 करोड़ रुपये की लागत से शुद्ध पानी का प्रबंधन करेगी।
Addressing a public meeting in Baghmundi, West Bengal. #EbarBJP https://t.co/ShyshHskOJ
— Amit Shah (@AmitShah) March 25, 2021
अमित शाह ने कहा कि पहले वामपंथियों ने उद्योगों को स्थापित नहीं होने दिया और उसके बाद दीदी ने उद्योगों को यहां से हटाने का काम किया। यह टीएमसी हो या वामपंथी, वे रोजगार नहीं दे सकते। अगर आप नौकरी चाहते हैं, तो यहां एनडीए सरकार बनाएं। उन्होंने कहा कि जंगल महल के विकास के लिए, हमने आदिवासियों के लिए एक दूसरा विकास बोर्ड शुरू करने का फैसला किया है। केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र को रेलवे से जोड़ने का काम भी शुरू कर दिया है।
बता दें अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने फैसला किया है कि बंगाल में भाजपा की सरकार बनते ही प्रत्येक किसान के बैंक खाते में 18,000 रुपये भेजे जाएंगे। गृह मंत्री ने कहा कि आपको गंभीर बीमारी के मामले में कोलकाता जाना पड़ता है। हमने फैसला किया है कि हम जंगल महल में एक नया एम्स स्थापित करेंगे और आदिवासी और कर्मी भाइयों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेंगे।
भाजपा नेता ने कहा कि हमने 250 बीपीओ के माध्यम से यहां आदिवासी और कुर्मी भाइयों को रोजगार देने का वादा किया है। भाजपा सरकार पांच साल में हर घर में कम से कम एक नौकरी देगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमने सार्वजनिक क्षेत्र की महिलाओं के लिए 33% नौकरियों को आरक्षित करने का फैसला किया है। हम प्रत्येक ब्लॉक में एक विशेष मॉडल स्कूल भी बनाएंगे। पश्चिम बंगाल में सभी महिलाओं के लिए सार्वजनिक परिवहन मुफ्त होगा।
ग़ौरतलब है कि भाजपा ने 2014 के लोकसभा इलेक्शन में भी हर आदमी के अकाउंट में 15 लाख रुपये डालने के साथ साथ हर साल एक करोड़ रोज़गार देने की बात कही थी लेकिन आज तक देश की जनता इन दोनों चीज़ों के इंतज़ार में बैठी है
बता दें कुछ साल पहले जब एक इंटरव्यू में गृह मंत्री अमित शाह से इन चीज़ों के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि वो सब चुनावी जुमला था।