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जम्मू-कश्मीर के लोगों ने मजबूत सरकार के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को वोट दिया: महबूबा मुफ्ती

जम्मू-कश्मीर के लोगों ने मजबूत सरकार के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को वोट दिया: महबूबा मुफ्ती

पीडीपी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने एक मजबूत सरकार और भाजपा को दूर रखने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को वोट दिया है। उन्होंने कहा, “मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को बधाई देती हूं, जिन्होंने एक मजबूत सरकार के लिए वोट दिया है।” पीडीपी अध्यक्ष ने यह बातें मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहीं।

उन्होंने कहा, “मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को बधाई देना चाहती हूं, जिन्होंने एक मजबूत सरकार के लिए वोट दिया है। जम्मू-कश्मीर के लोग बहुत सारी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, जिन्हें दूर करने के लिए एक मजबूत सरकार बहुत जरूरी थी।”

महबूबा मुफ्ती ने कहा, “मैं उन लोगों की भी आभारी हूं, जिन्होंने पीडीपी को वोट दिया और उनसे अपील करती हूं कि वे हिम्मत न हारें।” उन्होंने कहा, “अगर टूटा हुआ जनादेश आता, तो इसमें गड़बड़ी का मौका था। अगर एकतरफा जनादेश आता, तो उथल-पुथल होती।”

जब उनसे पूछा गया कि पीडीपी ने कम सीटें क्यों हासिल कीं, तो उन्होंने कहा, “चुनावों में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं, हमें लोगों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।” उन्होंने कहा, “लोगों को लगा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन उन्हें एक मजबूत सरकार दे सकते हैं और भाजपा को दूर रख सकते हैं, इसलिए लोगों ने उन्हें वोट दिया।”

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने एक लटकी हुई विधानसभा को नहीं चुना। पीडीपी का गठबंधन को समर्थन देने पर उन्होंने कहा, “मुझे पहले से ही लग रहा था कि नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन पचास सीटों तक पहुंचेगा, इसलिए उन्हें किसी की जरूरत नहीं पड़ेगी, और मैंने यह बात उनके नेताओं से भी कही थी।”

उन्होंने कहा कि इस जनादेश से केंद्र सरकार को यह संदेश मिला है कि जम्मू-कश्मीर के लोग समझदार हैं और वे केंद्र सरकार को टूट-फूट का मौका नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि अब जो सरकार बनेगी, उससे लोगों की काफी उम्मीदें जुड़ी हैं और उम्मीद है कि सरकार उन उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेगी।

एक सवाल के जवाब में महबूबा मुफ्ती ने कहा, “मुझे लगता है कि यह पीडीपी का बाकी सभी दलों के साथ मुकाबला था। अगर पीडीपी को कम सीटें मिली हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि पीडीपी कमजोर हुई है, बल्कि पीडीपी के खिलाफ सभी विपक्षी उम्मीदवारों का मुकाबला था, यहां तक कि पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ भी कड़ा मुकाबला रहा।”

उन्होंने कहा कि पीडीपी एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसके पास एक एजेंडा है, जो शायद किसी दूसरी पार्टी के पास नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि उपराज्यपाल को पांच सदस्यों को नामांकित करने का अधिकार होने पर क्या कहेंगी, तो उन्होंने कहा, “मैं समझती हूं कि यह असंवैधानिक है। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने समझदारी से काम लिया है। अगर टूटा हुआ जनादेश आता, तो ये पांच सदस्य प्रासंगिक हो जाते और यहां भाजपा की सरकार बन जाती।”

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एक सवाल के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “मेरा चुनाव न लड़ना कोई मुद्दा नहीं है। मैं एक ताकतवर मुख्यमंत्री रही हूं, जिसने भाजपा के दो ताकतवर मंत्रियों को हटाया और हुर्रियत को बातचीत के लिए पत्र लिखा।”

इल्तिजा मुफ्ती के हारने के बारे में उन्होंने कहा, “वह मुझसे ज्यादा अच्छी लड़ाई लड़ने वाली हैं।” महबूबा मुफ्ती ने कहा कि नई दिल्ली को इस जनादेश से सबक लेना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन को जनादेश दिया है। उन्होंने कहा, “केंद्र को इसमें दखल नहीं देना चाहिए, अगर ऐसा किया गया, तो इसके बेहद विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।” डॉ. फारूक अब्दुल्ला द्वारा उमर अब्दुल्ला को अगला मुख्यमंत्री घोषित करने पर उन्होंने कहा, “यह अच्छी बात है।”

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