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पहलगाम आतंकी हमला, धार्मिक नफ़रत फैलाने की साज़िश था: जयशंकर

पहलगाम आतंकी हमला, धार्मिक नफ़रत फैलाने की साज़िश था: जयशंकर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) को बताया कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला न सिर्फ़ राज्य की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को नुक़सान पहुँचाने के लिए किया गया था, बल्कि इसका उद्देश्य “धार्मिक नफ़रत के बीज बोना” भी था।

चीन के शहर तियानजिन में आयोजित SCO देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान, जिसमें पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक़ डार भी मौजूद थे, जयशंकर ने कहा कि यह क्षेत्रीय अंतर-सरकारी संगठन आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरपंथ जैसी “तीन बुराइयों” का मुक़ाबला करने के लिए बनाया गया था, और यह आश्चर्य की बात नहीं है कि ये तीनों अक्सर एक साथ सामने आते हैं।

ध्यान देने योग्य है कि वर्ष 2001 में गठित इस संगठन में भारत, चीन, बेलारूस, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज़्बेकिस्तान शामिल हैं।

विदेश मंत्री ने 22 अप्रैल को पहलगाम के बेसरन घाटी में हुए आतंकी हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इसकी निंदा करते हुए एक बयान जारी किया था और इस “घृणित आतंकी कृत्य” के दोषियों, योजनाकारों, फंडिंग करने वालों और सरपरस्तों को न्याय के कटघरे में लाने की बात कही थी। उन्होंने कहा, “हमने उसके बाद वही किया है और आगे भी करते रहेंगे।” उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि SCO को अपने मूल उद्देश्यों पर टिके रहना चाहिए और इस चुनौती के सामने कोई समझौता नहीं करना चाहिए।

जयशंकर का यह बयान SCO के चीन में हुए रक्षा मंत्रियों की बैठक के एक महीने बाद आया है, जिसमें भारत ने साझा बयान पर दस्तख़त करने से इनकार कर दिया था। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि वह दस्तावेज़ भारत के आतंकवाद पर रुख की सही प्रतिबिंब नहीं करता। मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जसवाल ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया था कि भारत चाहता था कि, इस दस्तावेज़ में आतंकवाद से जुड़े मुद्दों को जोड़ा जाए, जिसे एक ख़ास देश ने स्वीकार नहीं किया। साझा बयान में कथित रूप से पहलगाम हमले का कोई उल्लेख नहीं था।

मंगलवार की बैठक के बाद SCO सचिवालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि सदस्य देशों ने राजनीतिक, आर्थिक, व्यापारिक, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों सहित सहयोग के अहम क्षेत्रों पर चर्चा की। हालांकि, ‘द हिंदू’ की रिपोर्ट के अनुसार, उस बयान में आतंकवाद का ज़िक्र नहीं किया गया।

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