“ऑपरेशन सिंदूर” आतंकवाद के प्रति असहिष्णुता की नई लक्ष्मण रेखा: CDS
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में हुए शांगरी-ला डायलॉग 2025 में स्पष्ट किया कि भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” इसलिए किया क्योंकि बर्दाश्त की हद पार हो चुकी थी। पिछले दो दशकों से पाकिस्तान की तरफ से जारी आतंकवाद से बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक और सैनिकों की जानें गईं।
सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के प्रति असहिष्णुता की नई लक्ष्मण रेखा बताया है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी ढांचों को खत्म करने वाले इस ऑपरेशन से पाकिस्तान को सबक सीखना चाहिए। जनरल चौहान ने रणनीतिक स्थिरता पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए दोनों पक्षों का सहयोग जरूरी है। सीडीएस ने बताया कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ नई लक्ष्मण रेखा खींच दी है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान इस टकराव से सीख लेकर आतंकवाद को लेकर अपनी नीति बदलेगा।
बता दें कि, 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इसके बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच सीधा संघर्ष देखने को मिला था। पाकिस्तान ने भारत पर हमले की कई नाकाम कोशिशें की थीं, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया था। इसी पर जनरल अनिल चौहान ने कहा कि आने वाले समय में पाकिस्तान इससे कुछ जरूर सीखेंगा।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने स्वदेशी हथियारों और मित्र देशों के हथियारों का उपयोग करते हुए पाकिस्तान में 300 किलोमीटर दूर तक गहरा आक्रमण किया। जनरल चौहान ने इसे भारतीय सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन बताया। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने साझा इंटेलिजेंस, प्लानिंग और लॉजिस्टिक्स का इस्तेमाल किया। ऑपरेशन में मिली कमियों से सीख लेकर भारत अपना थिएटर कमांड तैयार करेगा। हालांकि, इसके तैयार होने की समय सीमा अभी तय नहीं की गई है।

