बेरोज़गारी के ख़िलाफ़ 12 जून को बिहार के सभी 38 ज़िलों में कांग्रेस का प्रदर्शन
बिहार में युवाओं को रोज़गार नहीं मिलने के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने बताया कि 12 जून (कल) बिहार के सभी 38 जिलों में जिला रोज़गार कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किए जाएंगे, ताकि सरकार को युवाओं के आक्रोश का एहसास कराया जा सके।
उन्होंने आरोप लगाया कि, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार युवाओं के भविष्य और उनके सपनों को कुचलने पर तुली हुई है। राजेश राम ने कहा, “बिहार सरकार ना तो स्थायी नौकरी दे पा रही है और ना ही सुरक्षित रोजगार या सार्वजनिक सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। अब इसे जनता के गुस्से का सामना करना पड़ेगा।”
राजेश राम ने राज्य और केंद्र की डबल इंजन सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि “बिहार में पांच लाख से अधिक सरकारी पद खाली हैं, लेकिन कोई नियमित भर्ती नहीं हो रही है। लाखों पढ़े-लिखे युवा डिग्रियां लेकर बेरोजगार बैठे हैं। जब भर्ती ही नहीं हो रही तो रोज़गार पंजीकरण का क्या फायदा?”
उन्होंने सरकार से सवाल किया कि जब युवाओं को अवसर ही नहीं दिए जा रहे हैं, तो रोज़गार कार्यालय क्यों चलाए जा रहे हैं? उन्होंने कहा कि हर प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक होना आम बात बन चुकी है और सरकार सिर्फ दिखावटी कार्रवाई कर रही है। हर साल करीब चार करोड़ बिहारी युवा बेहतर रोज़गार की तलाश में दूसरे राज्यों का रुख करने पर मजबूर होते हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य के साढ़े चार लाख होम गार्ड और अनुबंध पर कार्यरत शिक्षक भी सरकार की बेरुखी का शिकार हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी बेरोज़गार युवाओं और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों से अपील की है कि वे 12 जून को आयोजित होने वाले प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें, ताकि सरकार को युवाओं की वास्तविक स्थिति का एहसास हो सके।

