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गैस के बाद अब प्याज़ बिगाड़ेगी रसोई का बजट, सामने आ रही है परेशान करने वाली खबर

बेरोज़गारी के रिकॉर्ड स्तर और ऊपर से ईंधन और आये दिन रसोई गैस की महंगाई की मार से बेहाल आम नागरिक के लिए एक और बुरी खबर सामने आ रही है अभी तक गैस , तेल एवं अन्य सामग्री ने रसोई के बजट को बिगाड़ने में कोई कमी नहीं छोड़ी थी अब प्यास रुलाने के लिए तैयार है
जी हाँ ! प्याज के आंसू रोने के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि देश में प्याज के दाम और बढ़ सकते हैं। महाराष्ट्र के नासिक के लासलगांव मंडी में प्याज की कीमतें 4500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई हैं। मतलब यह कि लासलगांव मंडी में एक किलो प्याज की कीमत 45 रुपये हो गई है। एक व्यापारी ने कहा कि बारिश की वजह से प्याज की कीमतें बढ़ रही हैं, और आने वाले दिनों में कीमते और बढ़ने की संभावना है। आज की दर 3500 रुपये से लेकर 4500 रुपये प्रति क्विंटल के बीच है।

 

देश की सबसे बड़ी प्याज मंडियों में से एक मंडी में अगर प्याज की प्याज की कीमत इतनी है तो जाहिर है कि प्याज के दाम आने वाले दिनों और बढ़ सकते हैं। यानी आने वाले दिनों में आपको प्याज खाने के लिए अपनी जेब और ढीली करनी पड़ सकती है। इस समय देश में फुटकर में प्याज की कीमत 60 रुपये किलो तक पहुंच गई है।

गोरखपुर के महेवा मंडी में शुक्रवार को नासिक के सुपर प्याज की कीमत 45 से 48 रुपये के बीच रही। मध्य प्रदेश के शाजापुर के प्याज की कीमत 42 से 44 रुपये, राजस्थान के भावनगर के प्याज की कीमत 40 से 42 रुपये और बंगाल और गुजरात के प्याज की कीमत 36 से 38 रुपये रही। इस साल पिछले साल से ज्यादा प्याज की बुवाई हुई है। पिछले साल 6900 हेक्टेयर में प्याज की बुवाई हुई थी। जबकि इस बार 7600 हेक्टेयर में प्याज की बुवाई हुई है।

कहा जा रहा है कि बारिश की वजह से फसलें बर्बाद हो गई थीं, जिसका असर अब देखा जा रहा है। मार्च से प्याज की आवक शुरू हो जाएगी। तब जाकर शायद जनता को कुछ राहत मिले। फिलहाल अगले कुछ दिनों तक प्याज की बढ़ती कीमतों से जनता को राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है।

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