बिहार में बाग़ियों के ख़िलाफ़ नीतीश का कड़ा क़दम, पार्टी से 16 नेताओं की छुट्टी
बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार कड़ी कार्रवाई के मूड में हैं। विधानसभा चुनाव के बीच जेडीयू ने 16 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया। इनमें पूर्व मंत्री, पूर्व एमएलसी और पूर्व विधायक शामिल हैं। पार्टी से निष्कासित नेताओं में पूर्व मंत्री शैलेश कुमार, पूर्व एमएलसी संजय प्रसाद, पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह, पूर्व एमएलसी रणविजय सिंह और पूर्व विधायक सुदर्शन कुमार शामिल हैं। ये नेता एनडीए उम्मीदवारों के ख़िलाफ़ स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे थे।
साथ ही वर्तमान विधायक और दो पूर्व मंत्री भी निष्कासित किए गए। अधिकांश नेता एनडीए के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ मैदान में थे। पूर्व मंत्री शैलेश कुमार, जो जमालपुर से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, उन्हें पार्टी से बाहर किया गया। चकिया से स्वतंत्र उम्मीदवार संजय प्रसाद को भी पार्टी से निष्कासित किया गया। पूर्व एमएलसी रणविजय सिंह, जो बहरारा सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई हुई।
जेडीयू ने जीराड़ी से चुनाव लड़ रहे विवेक शुक्ला और महुवा सीट से चुनाव लड़ रही इसमा प्रवीण को भी पार्टी से बाहर किया। बारबीघा सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार सदार्शन कुमार को भी निष्कासित किया गया। इसके अलावा बहरड़िया से चुनाव लड़ रहे श्याम बहादुर सिंह, नवीनगर से चुनाव लड़ रहे लू कुमार, मोतिहारी से चुनाव लड़ रहे दिव्यांशु भारद्वाज, साहिबपुर कमल से चुनाव लड़ रहे अमर कुमार सिंह और कदवा सीट से चुनाव लड़ रही आशा समन को भी जेडीयू ने पार्टी से बाहर किया।
निष्कासित नेताओं में गोपालपुर से वर्तमान विधायक नरेन्द्र नीरज उर्फ गोपाल मंडल भी हैं। पार्टी टिकट न मिलने पर उन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था। पूर्व एमएलसी संजीव श्याम सिंह और पूर्व मंत्री हेमराज सिंह भी निष्कासित हुए। ये दोनों क्रमशः समूह और कटिहार से स्वतंत्र या अन्य पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
साथ ही पूर्व विधायक महेश्वर प्रसाद यादव और उनके समर्थक प्रभात करन को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया। ये दोनों गायघाट से पार्टी टिकट पर नाराजगी जता रहे थे। जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि ये निष्कासित नेता पार्टी और एनडीए के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ काम कर रहे थे। नीतीश कुमार ने पहले 11 नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया और उसके बाद पांच और नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि ये नेता हमारी पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ काम कर रहे थे। बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव दो चरणों में होंगे—6 और 11 नवंबर को—और परिणाम 14 नवंबर को घोषित होंगे।

