नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मिलकर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए विधायक दल का नेता चुने जाने के तुरंत बाद राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया और नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके साथ ही यह भी तय हो गया है कि नीतीश कुमार कल पटना के गांधी मैदान में एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
बुधवार दोपहर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सभी 202 विधायकों की अहम बैठक हुई। बैठक में भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से समर्थन दिया। प्रस्ताव पास होने के बाद नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता घोषित कर दिया गया। बैठक समाप्त होने पर एनडीए विधायकों ने उन्हें माला पहनाकर स्वागत भी किया, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।
गौरतलब है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में एनडीए ने 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में 202 सीटों पर जीत दर्ज की है। इस परिणाम के बाद गठबंधन में नेतृत्व को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी, लेकिन शनिवार की बैठक ने स्थिति पूरी तरह स्पष्ट कर दी। एनडीए की ओर से नीतीश कुमार को एकमात्र नेता के रूप में स्वीकार किया गया है, और भाजपा तथा अन्य सहयोगी दलों ने उनके नेतृत्व में नई सरकार बनाने का पूर्ण समर्थन दोहराया है।
विधान भवन की बैठक के बाद नीतीश कुमार सीधे राजभवन पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री पद से औपचारिक रूप से इस्तीफा सौंप दिया और बहुमत के आधार पर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने उनसे विस्तृत चर्चा की और आगे की प्रक्रिया शुरू करने का संकेत दिया।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को गांधी मैदान में भव्य शपथग्रहण समारोह का आयोजन होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कऔर भाजपा शासित राज्यों के मुख्य मंत्रियों के शामिल होने संभावना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कई नए मंत्रियों के भी शपथ लेने की संभावना है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है और समारोह में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
बिहार में सरकार गठन से जुड़े हर छोटे-बड़े घटनाक्रम ने राजनीतिक हलचल को तेज कर दिया है, और सभी की निगाहें अब कल होने वाले शपथग्रहण पर टिकी हैं।

