अफ़ग़ानिस्तान के घटनाक्रम पर भारत की बारीक नज़र, हमलों की निंदा
अफगानिस्तान में आतंकी संगठनों के निशाने पर आए अल्पसंख्यक शिया मुस्लिम समुदाय के नरसंहार पर भारत की पैनी निगाह है। गुरुवार को अफगानिस्तान में एक के बाद एक तीन बम धमाके कर शिया समुदाय को हमलों का निशाना बनाया गया जिसमें कम से कम 30 लोगों की मौत हुई है जबकि 40 से अधिक घायल हैं।
अफगानिस्तान में जारी घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि अफगानिस्तान में कुछ आतंकी हमलों के बारे में हमें जानकारी मिली है। हम इन आतंकी हमलों की कड़ी निंदा करते हैं। विदेश मंत्रालय ने अभी इस संबंध में कोई विशेष बयान जारी नहीं किया है। हम अफगानिस्तान में हो रही गतिविधियों पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं।
याद रहे कि गुरुवार को शिया समुदाय को निशाना बनाते हुए अफगानिस्तान में एक के बाद एक तीन बम धमाके किए गए हैं। उत्तरी अफगानिस्तान के मजारे शरीफ में एक शिया मस्जिद को निशाना बनाते हुए बम धमाका किया गया जिसमें 30 लोगों के मरने की खबर है। कहा जा रहा है कि इस हमले में 40 लोग घायल हुए हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रूस – यूक्रेन युद्ध के बीच मानवीय सहायता को लेकर कहा कि यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों को मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए जापान ने हमसे संपर्क किया था। जापान ने मुंबई में लैंड करने की इजाजत मांगी थी, हमने वाणिज्यिक विमानों के माध्यम से आपूर्ति की अनुमति दे दी है।
बागची ने रायसीना डायलॉग कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस डायलॉग में 90 देशों के 210 से अधिक वक्ता भाग लेंगे तथा यह कार्यक्रम 100 सत्र में आयोजित किया जाएगा।