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प्रधानमंत्री की ना ही नींव दुरस्त है और ना ही नीयत: कांग्रेस

प्रधानमंत्री की ना ही नींव दुरस्त है और ना ही नीयत: कांग्रेस

बीते दिनों महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में शिवाजी महाराज की मूर्त‍ि ढह गई। पिछले साल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौसेना दिवस पर इसका अनावरण किया था। मूर्त‍ि ढहने के बाद नौ सेना ने कहा था कि हम इसकी जांच कराएंगे और जहां कहीं भी चूक पाई जाएगी, तो उसे दुरुस्त करने के ल‍िए कदम उठाएंंगे।

30 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्धाटन करते वक्त सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने के मामले में माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था, “मैं आज सिर झुकाकर अपने आराध्य देव शिवाजी महाराज से माफी मांगता हूं। उनके चरणों में सिर झुकाकर माफी मांगता हूं। हमारे संस्कार अलग हैं। हम वे लोग नहीं हैं, जो महान वीर सपूत वीर सावरकर को गाली देते हैं। इस घटना से श‍िवाजी को आराध्य देव मानने वाले लोगों के दिलों पर चोट पहुंची है।”

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने शिवाजी महाराज की मूर्त‍ि ढहने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के माफी मांगने को लेकर कहा कि पीएम ने इसका अनावरण किया था। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर मूर्ति इतनी घटिया क्यों बनाई गई?

कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “प्रधानमंत्री की ना ही नींव दुरस्त है और ना ही नीयत। यह दुखद है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जिस मूर्ति का अनावरण किया, उसमें भ्रष्टाचार हुआ। इस वजह से वह ढह गई।”

उन्होंने प्रधानमंत्री के माफी मांगने पर कहा, “आखिर आप माफी मांग किससे रहे हैं? क्या उनके समर्थकों से? लेकिन, शायद आपको यह नहीं पता है कि श‍िवाजी को कट्टर समर्थक अगर कोई था, तो वो बाल ठाकरे थे। आपने उनके परिवार के दो टुकड़े कर दिए। प्रधानमंत्री तो हमेशा से यही करते आए हैं, इससे स्पष्ट है कि ना ही उनकी नींव दुरुस्त है और ना ही नीयत। मूर्ति ढहने के ल‍िए जितना ज्यादा आपका मुख्यमंत्री जिम्मेदार है, उससे कहीं ज्यादा आप।

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