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मुंंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या

मुंंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले ही बड़ी राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है। शनिवार की रात शहर के बांद्रा इलाके में NCP अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग की गई।

इस फायरिंग के बाद बाबा सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि थोड़ी ही देर बाद लीलावती अस्पताल ने उनके निधन की खबर की पुष्टि कर दी। बताया जा रहा है कि बाबा सिद्दीकी को उनके बेटे के ऑफिस के पास ही गोली मारी गई है। पुलिस ने अभी तक दो बदमासों को हिरासत में भी ले लिया है, जबकि एक बदमाश की तलाशी की जा रही है।

जानकारी के मुताबिक, इस वारदात के दौरान बाबा सिद्दीकी के पेट में दो गोलियां लगी थी। उनपर कुल तीन गोलियां चलाई गईं थी, जिसमें से दो गोलियां उनके पेट में लगी थी। वहीं इस मामले में मुंबई पुलिस ने दो लोगों को मौके से गिरफ्तार भी किया है। इस वारदात के बाद मुंबई पुलिस ने आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है और सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है।

बाबा सिद्दीकी इसी साल फरवरी में वह कांग्रेस छोड़कर एनसीपी (अजीत पवार गुट) में शामिल हुए थे। वह 48 साल तक कांग्रेस में रहे थे। बता दें हमले के सिलसिले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। सिद्दीकी निर्मल नगर इलाके में अपने कार्यालय से निकल रहे थे और अपनी कार में बैठे ही थे कि हमला हो गया।

बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली है। इस पोस्ट में सलमान खान और दाऊद गैंग का भी जिक्र किया गया है। मुंबई पुलिस इस पोस्ट की जांच कर रही है।

पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी को 15 दिन पहले जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाकर वाई कैटेगरी कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में लॉरेंस बिश्नोई के हाथ होने को लेकर भी पूछताछ की, जिसमें कई अहम खुलासे हुए हैं। बताया जा रहा है कि इस मर्डर को अंजाम देने वाले तीन शूटर थे और एक आरोपी रेकी कर रहा था।

शूटर्स ने पूछताछ में बताया कि इस हत्या को अंजाम देने के बाद वे आपस में 50-50 हजार रुपये बांटने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही वे मुंबई पुलिस के हत्थे चढ़ गए। 2 सितंबर से आरोपी कुर्ला में किराए पर रह रहे थे इस कमरे का प्रति माह 14 हजार किराया दिया गया। अब इस मामले की परत दर परत छानबीन करने और बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की तीन टीमें मध्य प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली भेजी गई है।

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