मुलायम सिंह ने एक बड़े दृष्टिकोण के साथ राष्ट्रीय लॉ यूनिवर्सिटी की स्थापना की थी: अखिलेश
समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, नेताजी मुलायम सिंह यादव ने जिस दूरदर्शी सोच और सामाजिक दृष्टिकोण के साथ राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की स्थापना की थी, आज वह सपना वास्तविकता में बदलता दिखाई दे रहा है। यह विश्वविद्यालय ऐसे योग्य, संवेदनशील और सामाजिक जिम्मेदारी समझने वाले युवा वकील तैयार कर रहा है, जो अपने ज्ञान का उपयोग समाज की भलाई और न्याय की स्थापना के लिए करना चाहते हैं।
सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के ज़रिए अखिलेश यादव ने कहा कि इस विश्वविद्यालय से निकलने वाले छात्रों के विचारों और आचरण में समाजवादी विचारधारा के मूल तत्व — समानता, न्याय और मानवता — स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि यह वही मूल्य हैं, जिनके आधार पर नेताजी ने एक न्यायपूर्ण और समतामूलक समाज के निर्माण का सपना देखा था।
अखिलेश ने विश्वास जताया कि यह नई पीढ़ी के कानूनविद न केवल न्याय की परिभाषा को व्यवहार में लाएँगे, बल्कि सामाजिक परिवर्तन के अग्रदूत बनकर देश को नई दिशा देंगे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का सबसे बड़ा उद्देश्य सामाजिक न्याय की स्थापना है, और इसे साकार करने में उन युवाओं की अहम भूमिका होगी जो अपने पेशे को केवल करियर नहीं, बल्कि समाज की सेवा का माध्यम मानते हैं।
अखिलेश यादव ने विश्वविद्यालय के सभी छात्रों, शिक्षकों और इससे जुड़े लोगों को बधाई दी और कहा कि नेताजी के सपनों का भारत तभी बनेगा, जब हर व्यक्ति को समान अवसर मिले, न्याय सुलभ हो और शासन संवेदनशील बने। उन्होंने कहा कि लोहिया और मुलायम सिंह यादव के आदर्शों पर चलने वाले ये युवा देश में एक ऐसे न्यायपूर्ण समाज की नींव रखेंगे, जहाँ हर नागरिक को सम्मान और अधिकार दोनों मिलेंगे।

