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बुलडोजर कार्रवाई में मां-बेटी की मौत, एसडीएम-लेखपाल सहित 39 लोगों के खिलाफ केस दर्ज

बुलडोजर कार्रवाई में मां-बेटी की मौत,एसडीएम-लेखपाल सहित 39 लोगों के खिलाफ केस दर्ज

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के एक गांव में सोमवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान बुलडोजर से एक घर गिराए जाने से उसमें लगी आग में मां-बेटी की जलकर मौत होने के मामले में लोगों के भारी विरोध के बाद मंगलवार को एक एसडीएम, थानाध्यक्ष, चार लेखपाल, एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों सहित 39 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

कानपुर देहात के मैथा तहसील क्षेत्र के मड़ौली पंचायत के चालहा गांव में समाज की जमीन पर कृष्ण गोपाल दीक्षित के खिलाफ अवैध कब्जे की शिकायत की गई थी। सोमवार को इसी कब्जे को हटाने प्रशासन की टीम बुलडोजर के साथ पहुंची थी। दीक्षित और उनके परिवार ने बुलडोजर दस्ते का जमककर विरोध किया। अपने झोपड़े को गिरने से बचाने के लिए कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला और उनकी बेटी नेहा ने खुद को उसके अंदर बंद कर लिया।

इसके बाद भी अधिकारी हालात नहीं समझ सके औऱ बुलडोजर चला दिया। बुलडोजर ने पहले नल और मंदिर को गिराया और फिर घर का छप्पर गिराया। छप्पर गिरते ही उसमें आग लग गई, जिसकी चपेट में आने से कृष्ण गोपाल की पत्नी और 23 साल की बेटी की जलकर मौके पर ही मौत हो गई, जबकि खुद कृष्ण गोपाल गंभीर रूप से झुलस गए। कानपुर देहात की इस घटना पर गांव के लोग भड़क गए। देखते ही देखते मामले ने गंभीर रूप ले लिया, जिसके बाद अधिकारी परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

पीड़ित परिवार के सदस्य और ग्रामीण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने के बाद ही शवों के पोस्टमार्टम कराने की बात पर अड़ गए थे। काफी मान-मनौव्वल के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से बात करने पर परिवार ने पुलिस को पोस्टमार्टम के लिए शवों को ले जाने की अनुमति दी। पाठक ने जल्द ही परिवार से मिलने आने का आश्वासन दिया है।

इससे पहले पीड़ित परिवार पांच करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि और कम से कम दो सदस्यों को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे। दो महिलाओं की मौत के बाद इलाके में तनाव को देखते हुए गांव और उसके आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

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