मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पर हेराफेरी समेत कई गंभीर आरोप: कांग्रेस
मध्य प्रदेश में मोहन यादव को नया मुख्यमंत्री बनाया गया है। उनके साथ ही प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को बनाया गया है। जिसके बाद से राज्य में विपक्षी पार्टी कांग्रेस की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। एक तरफ जहां मध्य प्रदेश में कांग्रेस के नेता जीतू पटवारी ने मोहन यादव के पुराने कामों को लेकर तंज कसा। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के केंद्रीय नेता ने बीजेपी की हालत को नाजुक बताया है। उन्होंने इस जीत का श्रेय शिवराज सिंह चौहान को देते हुए उनकी तरफदारी की।
मुख्यमंत्री पद पर बीजेपी द्वारा मोहन यादव का नाम घोषित करने के एक दिन बाद कांग्रेस ने उनके ऊपर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी पर तंज कसते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मोहन यादव के खिलाफ बड़े पैमाने पर हेराफेरी समेत कई गंभीर आरोप हैं। उन्होंने उज्जैन मास्टरप्लान पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या यही राज्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी है।
एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ”चुनाव नतीजों के आठ दिन बाद बीजेपी ने मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री चुना, एक ऐसा व्यक्ति जिसके खिलाफ उज्जैन मास्टरप्लान में बड़े पैमाने पर हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप हैं।” उन्होंने आगे कहा, “सिंहस्थ के लिए आरक्षित 872 एकड़ जमीन में से भू-उपयोग बदलकर जमीन अलग कर दी गई। उनके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं, इनमें वह गाली-गलौज करते, धमकी देते और आपत्तिजनक बयान देते नजर आ रहे हैं।”
वहीं लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मोहन यादव को सीएम बनाए जाने पर तंज कसा है और बीजेपी के हालत को नाजुक बताया है। उन्होंने शिवराज सिंह चौहान की तरफदारी करते हुए कहा कि यह जीत पीएम मोदी की नहीं बल्कि शिवराज सिंह की जीत है। यह लाडली बहना और मामा के रुतबे की जीत है। उन्होंने कहा कि अगर शिवराज सिंह चौहान नहीं होते तो बीजेपी के लिए मध्य प्रदेश में जीतना मुश्किल होता। मैं व्यक्तिगत तौर पर मानता हूं कि यह पीएम मोदी से ज्यादा शिवराज सिंह चौहान की जीत है।