महिंद्रा ने भारत में ह्युंडई की 25 साल पुरानी बढ़त को ख़त्म किया
एक ऐतिहासिक बदलाव में, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने ह्युंडई इंडिया को पीछे छोड़ते हुए देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी बनने का गौरव हासिल कर लिया है। इसके साथ ही ह्युंडई के पच्चीस साल पुराने दबदबे का अंत हो गया है। एफई द्वारा विश्लेषित जनवरी से जुलाई 2025 की बिक्री के आँकड़ों के अनुसार, भारतीय कंपनी महिंद्रा ने कोरियाई कंपनी ह्युंडई पर 21,283 यूनिट्स की बढ़त बनाई है। इस साल महिंद्रा ने 3,51,065 कारें बेचीं, जबकि ह्युंडई ने 3,29,782 कारों की बिक्री की।
पिछले साल इसी अवधि में महिंद्रा (2,91,971 यूनिट्स) ह्युंडई (3,58,785 यूनिट्स) से काफी पीछे था। लेकिन इस साल महिंद्रा की बिक्री में 20.2% की वृद्धि हुई, जबकि ह्युंडई की बिक्री में 8.1% की गिरावट दर्ज की गई।
ऑटो विशेषज्ञों के अनुसार ह्युंडई की गिरावट का कारण उत्पाद पोर्टफोलियो की कमजोरी और क्रेटा पर अधिक निर्भरता है। दूसरी ओर, महिंद्रा की सफलता उसके आईसीई मॉडल्स (XUV3XO, थार और थार रॉक्स, स्कॉर्पियो और स्कॉर्पियो-N) और नए ईवी मॉडल्स (BE6 और XEV9e) की लोकप्रियता से जुड़ी है।
विश्लेषकों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025 में जहाँ क्रेटा की बिक्री में 20% की बढ़ोतरी हुई है, वहीं ह्युंडई के बाकी मॉडल्स (निओस i10, i20, ऑरा, एक्सटर, वेन्यू, वर्ना, अल्काजार, टक्सन और आयोनिक5) की संयुक्त बिक्री में 10% की गिरावट आई। ह्युंडई को उम्मीद है कि अक्टूबर में नए वेन्यू के लॉन्च से बिक्री में सुधार होगा, लेकिन 2025 में महिंद्रा को पकड़ पाना मुश्किल दिख रहा है।
महिंद्रा ने इस साल फरवरी, अप्रैल, मई, जून और जुलाई—कुल पाँच महीनों में ह्युंडई को बिक्री में पछाड़ा है। शीर्ष पर अभी भी मारुति सुजुकी है, हालांकि उसकी बिक्री में भी 1.9% की कमी आई है (10,36,368 से घटकर 10,16,481 यूनिट्स)। टाटा मोटर्स ह्युंडई के बाद चौथे स्थान पर है।
ग़ौरतलब है कि 1998-99 में ह्युंडई सैंट्रो के साथ भारतीय बाजार में उतरी थी और 2000 तक उसने टाटा मोटर्स को पछाड़कर मारुति सुजुकी के बाद दूसरा स्थान हासिल किया। इस तरह ह्युंडई ने लगातार 25 साल तक भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी का दर्जा बनाए रखा था, जो अब 2025 में महिंद्रा के नाम हो गया है।

