महाराष्ट्र, अब कांग्रेस को लगेगा झटका, चव्हाण को लेकर संशय
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण के साथ शिंदे के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार की बंद कमरे में मुलाकात के बाद महारष्ट्र कोई राजनीति में एक बार फिर उथल पुथल मचने की आशंका जताई जा रही है.
कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र की शिंदे सरकार के मंत्री की बंद कमरे में हुई इस बैठक के बाद प्रदेश में एक बार फिर से सियासी भूचाल आने की अटकलें लगाई जा रही है. कहा जा रहा है कि शिंदे सरकार के यह मंत्री कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में हैं.
समीक्षा बैठक में शामिल होने के तुरंत बाद शिंदे सरकार के मंत्री अब्दुल सत्तार अशोक चव्हाण से मिलने उनके आवास पर गए. दोनों नेताओं के बीच लगभग आधे घंटे तक बंद कमरे में हुई बातचीत में किसी भी पार्टी कार्यकर्ता को अंदर आने की अनुमति नहीं दी गई थी.
इस मुलाक़ात पर सत्तार ने कहा कि वह चह्वाण से आधिरवाद लेने के लिए आए थे. उनके और उनके पिता के मार्गदर्शन में मेरी राजनितिक यात्रा शुरू हुई. चव्हाण को मराठवाड़ा और पूरे महाराष्ट्र के बारे में अच्छी जानकारी और समझ है. वह किसानों के मुद्दों से भी अच्छी तरह वाकिफ हैं. मैं उनका आशीर्वाद लेने के अलावा, कृषि मंत्री के रूप में अपना पोर्टफोलियो संभालने के लिए उनका मार्गदर्शन मांगूंगा.
बता दें कि हाल ही के दिनों में चव्हाण के अपने पार्टी नेतृत्व से नाराज होने की खबरें सामने आई थी. कांग्रेस नेतृत्व से नाराज़गी की खबरों के बीच ही वह नवगठित एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ विश्वास मत के दौरान मौजूद नहीं थे. उन्होंने पार्टी नेतृत्व की ओर से कारन बताओ नोटिस भी जारी किया गया था. चव्हाण ने इस बैठक का बचाव करते हुए कहा कि यह सत्तार की केवल शिष्टाचार भेंट थी और दो दलों के नेताओं के बीच बैठक में कुछ भी गलत नहीं है.