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26 नवंबर से पहले होंगे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: मुख्य चुनाव आयुक्त

26 नवंबर से पहले होंगे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: मुख्य चुनाव आयुक्त

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को घोषणा की कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 26 नवंबर से पहले संपन्न कर लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राज्य की वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है, और इसके पहले चुनाव प्रक्रिया को पूरा करना जरूरी है।

चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के सुझावों पर ध्यान देते हुए यह भी संकेत दिया कि दिवाली और छठ पूजा जैसे प्रमुख त्योहारों को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तारीखों का निर्धारण किया जाएगा। इस संबंध में, राजीव कुमार ने जानकारी दी कि प्रमुख राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के नेताओं के साथ उनकी बैठकें हुई हैं, जिनमें बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी, सीपीएम, कांग्रेस, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, समाजवादी पार्टी, शिवसेना (यूबीटी), और शिवसेना शामिल हैं।

इन दलों के नेताओं ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि चुनाव की तारीखें तय करते समय त्योहारों का ध्यान रखा जाए, ताकि चुनावी प्रक्रिया के दौरान आम जनता को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू ने शुक्रवार को मुंबई में महाराष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों के साथ विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की।

इस समीक्षा बैठक में राज्य के प्रमुख अधिकारियों, जिलाधिकारियों (डीएम), पुलिस आयुक्तों (कमिश्नर) और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से भी बातचीत की गई। चुनाव आयोग ने चुनावी प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए सुरक्षा व्यवस्था, मतदान केंद्रों की स्थापना, और चुनाव के दिन लॉजिस्टिक्स जैसी महत्वपूर्ण तैयारियों की समीक्षा की।

महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं, जिनमें से 25 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) और 29 सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं। राज्य में कुल 9.59 करोड़ मतदाता हैं, जिसमें 4.59 करोड़ पुरुष और 4.64 करोड़ महिलाएं हैं। इस बार पहली बार वोट देने वाले युवाओं की संख्या भी महत्वपूर्ण है, जो कि लगभग 19.48 लाख है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने इसे एक सकारात्मक संकेत बताते हुए कहा कि युवाओं की भागीदारी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए उत्साहजनक है।

राजीव कुमार ने जोर देते हुए कहा कि चुनाव आयोग पूरी तैयारी के साथ चुनाव प्रक्रिया को संचालित करेगा। राजनीतिक दलों और आम जनता के सुझावों को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग उचित निर्णय लेगा। उन्होंने यह भी बताया कि त्योहारों के दौरान किसी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए तारीखों का चयन सावधानीपूर्वक किया जाएगा।

आगामी चुनाव के दौरान उम्मीदवारों और पार्टियों द्वारा आचार संहिता के पालन पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके साथ ही, चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

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