मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार और वित्तीय कुप्रबंधन के कारण पिछड़ रहा है: कमलनाथ
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखे आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य आज गंभीर आर्थिक संकट और व्यापक भ्रष्टाचार की वजह से विकास की दौड़ में पीछे रह गया है। कमलनाथ के अनुसार, राज्य सरकार न तो अपने संसाधनों से पर्याप्त आय जुटा पा रही है और न ही केंद्र से तय राशि हासिल कर रही है।
उन्होंने बताया कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में केंद्र सरकार को मध्य प्रदेश को 44,000 करोड़ रुपये देने थे, लेकिन अब तक केवल 8,000 करोड़ रुपये ही मिले हैं, जो कुल राशि का मात्र 18 प्रतिशत है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जल जीवन मिशन के तहत राज्य को मिलने वाली 8,500 करोड़ रुपये की राशि, भ्रष्टाचार के कारण अब तक एक रुपया भी जारी नहीं हो पाया है। कमलनाथ ने कहा कि यह स्थिति इस बात का प्रमाण है कि राज्य में आर्थिक कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार चरम पर है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना और मनरेगा जैसी योजनाओं में भी राज्य को स्वीकृत बजट का बहुत ही सीमित हिस्सा प्राप्त हुआ है। उन्होंने सरकार से मांग की कि वित्तीय अनियमितताओं को दूर किया जाए, भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई हो और जनता के कल्याण के लिए बनी योजनाओं में तय राशि समय पर दी जाए ताकि जरूरतमंदों तक लाभ पहुंच सके।
कमलनाथ ने एक ट्वीट में लिखा कि भ्रष्टाचार की वजह से राज्य की छवि इतनी खराब हो चुकी है कि केंद्र की भाजपा सरकार को भी अब मध्य प्रदेश की अपनी ही भाजपा सरकार पर भरोसा नहीं रहा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यही हालात रहे तो राज्य आर्थिक रूप से और कमजोर हो जाएगा तथा विकास कार्य पूरी तरह ठप पड़ जाएंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा सरकार का ध्यान जनता की समस्याओं पर नहीं, बल्कि प्रचार पर है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी ताकत पहचानें और ऐसी सरकार को सबक सिखाएं जो जनता के धन और विश्वास दोनों के साथ खिलवाड़ कर रही है।

