कुवैत: फ्लैट में आग लगने से भारत के एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत
कुवैत: कुवैत में शुक्रवार रात को एक दिल दहला देने वाली घटना में भारत के एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि यह घटना कुवैत सिटी के अब्बासिया इलाके में स्थित एक इमारत के फ्लैट में लगी आग के कारण हुई। मृतकों में पति-पत्नी और उनके दो बच्चे शामिल हैं।
घटना का विवरण
अरब टाइम्स के अनुसार, इस हादसे में मैथ्यूज़ मलकल, उनकी पत्नी लेनी अब्राहम, और उनके दोनों बच्चे मारे गए। यह परिवार केरल के अलपुझा के नीरत्तुपुरम से संबंध रखता था। आग की शुरुआत रात आठ बजे के करीब एयर कंडीशन में शॉर्ट सर्किट के कारण हुई। आग लगने से दम घुटने के कारण चारों की मौत हो गई।
मैथ्यूज़ राइटर कंपनी में काम करते थे, जबकि उनकी पत्नी लेनी एक सरकारी अस्पताल में नर्स के रूप में कार्यरत थीं। उनके बच्चे कुवैत के भौन्स स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे। परिवार के एक रिश्तेदार ने बताया कि वे पिछले 15 साल से कुवैत में रह रहे थे और हाल ही में केरल में छुट्टियां बिताकर गुरुवार को कुवैत लौटे थे।
भारतीय दूतावास की प्रतिक्रिया
कुवैत में भारतीय दूतावास ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे मृतकों के केरल में मौजूद रिश्तेदारों के संपर्क में हैं और अवशेषों को जल्द से जल्द भारत पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं। दूतावास ने अपने शोक संदेश में मृतक परिवार के रिश्तेदारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
आग पर काबू पाने की कोशिश
कुवैत की जनरल फायर फोर्स के कार्यवाहक प्रमुख खालिद फहद ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि उनकी टीम ने सफलतापूर्वक आग पर काबू पा लिया और उसे इमारत में और फैलने से रोक लिया।
कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर मैथ्यूज़ और उनके परिवार की दुखद मृत्यु पर शोक संदेश जारी किया। इस घटना ने भारतीय समुदाय में गहरा सदमा पहुंचाया है और सोशल मीडिया पर इस परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की जा रही है। यह घटना न केवल कुवैत में बल्कि भारत में भी चर्चा का विषय बनी हुई है। भारत सरकार और स्थानीय प्रशासन मृतकों के परिवार को सहायता प्रदान करने में जुटे हुए हैं।
इस दुखद घटना से भारतीय समुदाय में एक बार फिर से सुरक्षा मानकों और आपातकालीन सेवाओं की तत्परता पर सवाल उठे हैं। कुवैत में बसे भारतीय नागरिकों ने इस हादसे से सबक लेने और अपने निवास स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया है।