किसान मोर्चा की बैठक कल, अभी खत्म नहीं होगा किसान आंदोलन सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन को लेकर होने वाली है संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक अब 21 नवंबर को होगी।
किसान मोर्चा की बैठक आज होना थी लेकिन यह बैठक कुछ कारणों की वजह से टाल दी गई है। संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेताओं की 9 सदस्य कमेटी की बैठक अब कल की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा के बाद किसान आंदोलन के आगे की रणनीति को लेकर बैठक में मंथन होगा।
संयुक्त किसान मोर्चा ने पीएम मोदी की इस घोषणा का स्वागत किया है लेकिन साथ ही कहा भी है कि इस कानून को औपचारिक रूप से संसद में रद्द किया जाए। एमएसपी बनाई जाए और बिजली संशोधन बिल को भी वापस लिया जाए। संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक के बाद पंजाब के किसान संगठनों की भी बैठक होगी। जिसमें किसान आंदोलन को लेकर आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि यह आंदोलन सिर्फ काले कृषि कानूनों के खिलाफ ही नहीं था बल्कि और भी कई मुद्दे हैं जिनमें फसलों के लाभकारी मूल्य और वैधानिक गारंटी भी शामिल है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि एमएसपी अभी भी एक बड़ा सवाल है। उस पर भी कानून बनाया जाए। अभी बातचीत होगी। यहां से अभी कैसे चले जाएं। अभी तो बहुत से कानून सदन में है। यह उन्हें फिर से लागू करेंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की है लेकिन एमएसपी पर कमेटी बनाने और बिजली संशोधन बिल समेत कई मुद्दे हैं जिन पर अभी बात होना है। संयुक्त किसान मोर्चा प्रधानमंत्री की घोषणा को लेकर बातचीत कर रहा है। आगे की रणनीति बनाई जाएगी। अभी आंदोलन वापस नहीं होगा। हम तब तक इंतजार करेंगे जब तक कृषि कानूनों को संसद में रद्द नहीं किया जाता।
याद रहे कि किसान आंदोलन में अब तक 675 से अधिक किसानों की जान चली गई है। संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि इन किसानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा।