किसान देश की आत्मा हैं, बताइए इनके लिए आपने क्या किया?: प्रियंका गांधी
देश में पिछले कई महीनों से किसानों के मामले को लेकर हर तरफ़ चर्चा चल रही है, किसान धरने पर बैठे हैं, और उनकी मांग यह है कि तीनों कृषि क़ानूनों को सरकार वापस ले, क्योंकि किसानों के अनुसार भाजपा द्वारा लाए गए यह तीनों क़ानून केवल पूंजीपतियों की तिजोरी भरने के लिए है इसका किसान को कोई फ़ायदा नहीं मिलने वाला।
ज़ाहिर है जब क़ानून किसान के हित में बने हैं तो उसका फ़ायदा भी सीधे किसानों को मिलना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं है, किसान शुरू से सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि मोदी सरकार ने यह क़ानून केवल अपने पूंजीपति मित्रों की जेबें और तिजोरी भरने के लिए बनाए हैं।
कल एक और किसान की दुखी कर देने वाली ख़बर सामने आई, जहां कानपुर देहात में एक किसान ने अपनी फ़सल बाढ़ की भेंट चढ़ जाने के बाद आत्महत्या कर ली, हालांकि इस जैसे किसी भी भयानक क़दम उठाए जाने का कोई भी समर्थन नही करेगा लेकिन ज़ाहिर है किसान न अपने हित में क़ानून देख रहे हैं न ही मुआवज़े की उम्मीद तो ऐसे में करें तो क्या करें?!
किसानों से जुड़े इन्हीं सब मामलों को देखते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि किसान देश की आत्मा हैं, उत्तर प्रदेश सरकार फुल पेज विज्ञापन देकर किसानों की बदहाली छिपा नहीं सकती, बताइए आपने क्या किया?
छुट्टा पशुओं को लेकर?
फ़सल नुक़सान के मुआवज़े पर?
गन्ना मूल्य के भुगतान पर?
काले कृषि क़ानूनों पर?
महंगाई और बिजली के दामों पर?
किसान इस देश की आत्मा हैं। उप्र सरकार फुल पेज विज्ञापन देकर किसानों की बदहाली छिपा नहीं सकती। बताइए आपने क्या किया?
?छुट्टा पशुओं को लेकर?
? फसल नुकसान के मुआवजे पर?
?गन्ना मूल्य के भुगतान पर?
?काले कृषि कानूनों पर?
?महंगाई और बिजली के दाम को लेकर?https://t.co/18SnNglMGF— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 9, 2021
जैसाकि आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नज़दीक हैं, ऐसे में प्रियंका गांधी के सरकार पर तीखे वार और बढ़ गए हैं, और उनकी वजह जनता की बदहाली है, किसानों की परेशानी है, युवाओं की बे रोज़गारी है, महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से लगातार खिलवाड़ है।