ISCPress

गोपनीयता पर प्रतिवर्ष 25 करोड़ ख़र्च करने के बाद एक्ज़ाम पेपर लीक नहीं बेच रही है खट्टर सरकार: अल्का लांबा

गोपनीयता पर प्रतिवर्ष 25 करोड़ ख़र्च करने के बाद एक्ज़ाम पेपर लीक नहीं बेच रही है खट्टर सरकार: अल्का लांबा

पढ़ाई पूरी करने के बाद एक युवा स्टूडेंट नौकरी की तलाश में दर दर महीनों सालों तक भटके और फिर जब मौक़ा मिले तो ख़ास मित्रों और अपने करीबियों के लिए एक्ज़ाम पेपर लीक हो जाए तो ऐसे में उन मेहनती युवाओं पर क्या बीतती है इसे BJP में बैठे फ़र्जी डिग्री धारक समझ ही नहीं सकते।

जी हां यह मामला है BJP शासित हरियाणा का, जहां कांस्टेबल भर्ती के एक्ज़ाम से पहले 12 12 लाख में आंसर की को बेचा गया, और आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि हरियाणा स्टाफ़ सेलेक्शन कमिशन सीक्रेसी पर प्रतिवर्ष 25 करोड़ ख़र्च होता है।

हालांकि ख़बरों के अनुसार पेपर लीक मामले में कैथल में 6 और हिसार और फ़तेहाबाद में 2 2 आरोपियों को पकड़ा गया है, लेकिन सवाल यह है कि BJP सरकार में यह कोई पहली घटना नहीं है इससे पहले भी ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं आरोपी पकड़े भी गए हैं लेकिन फिर उनका क्या हुआ कुछ पता नहीं, जबकि अगर ठोस क़दम उठाया गया होता तो शायद ऐसे अपराधियों की ऐसा करने की दोबारा हिम्मत नहीं होती।

इसी मामले को लेकर कांग्रेस की बेबाक नेता अल्का लांबा ने BJP की खट्टर सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट कर कहा कि वाह रे भाजपा की खटारा सरकार! गोपनीयता के नाम पर हर साल 25 करोड़ ख़र्च करने के बाद भी पेपर लीक ही नहीं हो रहे बल्कि बाज़ार में 12 लाख रुपए में बिक भी रहे हैं, अपराधी पकड़ से बाहर, लाखों युवाओं का भविष्य दांव पर, बे रोज़गारी दर हरियाणा में सबसे उच्च स्तर पर।

Exit mobile version