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मणिपुर हिंसा पर खड़गे ने राष्ट्रपति से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की

मणिपुर हिंसा पर खड़गे ने राष्ट्रपति से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की

मणिपुर हिंसा की आग में झुलस रहा है। मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। कर्नाटक चुनाव के समय भी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, और गृहमंत्री अमित शाह रोड शो और रैलियां कर रहे थे। उस समय भी कांग्रेस ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा था कि, मणिपुर आग में झुलस रहा है, और प्रधान मंत्री, गृह मंत्री मणिपुर जाने के बजाय कर्नाटक चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।

मणिपुर हिंसा में कई लोगों की जान चली गई है, कई घरों को जला दिया गया है और कई लोग अभी भी लापता हैं। कांग्रेस पार्टी ने मांग की है कि मणिपुर से संबंधित मौजूदा संवैधानिक प्रावधानों की रक्षा की जानी चाहिए और बातचीत, सुलह और के माध्यम से समुदायों के बीच विश्वास बहाल किया जाना चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष ने आग कहा, एक जिम्मेदार राजनीतिक दल के रूप में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मणिपुर में शांति, सामान्य स्थिति और सद्भाव बहाल करने के लिए किसी भी पहल का समर्थन करने के लिए हमेशा तैयार है। हम विनम्रतापूर्वक निम्नलिखित 12 मांगों को तत्काल कार्रवाई के लिए प्रस्तुत करते हैं। तभी प्रदेश में अमन-चैन कायम हो सकेगा।

मणिपुर के हालात को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में आज कांग्रेस पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। कांग्रेस अध्यक्ष ने इस दौरान राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपते हुए मणिपुर में उनके तत्काल हस्तक्षेप की मांग की, ताकि वहां तत्काल सामान्य स्थिति लाई जा सके।

राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, मणिपुर के हालात को लेकर दुख की गहरी भावना के साथ हमने आज विनम्रतापूर्वक भारत के राष्ट्रपति को उनकी तरफ से हस्तक्षेप के लिए एक ज्ञापन सौंपा ताकि मणिपुर के सामने आने वाली असाधारण स्थिति का निवारण किया जा सके और तत्काल वहां सामान्य स्थिति लाई जा सके।

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