दिल्ली चुनाव में हार के बाद आलोचकों के निशाने पर केजरीवाल
दिल्ली में भाजपा की दमदार की दमदार एंट्री हो चुकी है। 27 साल का वनवास समाप्त करते हुए भाजपा ने दिल्ली में भगवा लहरा दिया है। आम आदमी पार्टी (आप) को ऐसे नतीजे की उम्मीद नहीं थी कि, पार्टी के नंबर-1 नेता अरविंद केजरीवाल, नंबर-2 नेता मनीष सिसोदिया तक चुनाव हार जाएंगे। दिल्ली में बंपर बहुमत के साथ बीजेपी की सरकार आ रही है।
साल 2015 में आम आदमी पार्टी ने शीला दीक्षित की सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ही घेरा था जिसके बाद कांग्रेस दिल्ली में सत्ता विहीन हुई थी। एक बार फिर दिल्ली चुनाव में भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा बन कर उभरा और आप को भाजपा ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ही घेरा है। दिल्ली विधानसभा में बीजेपी की बंपर जीत के बाद अरविंद केजरीवाल आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा: “मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि चुनाव लड़ते समय, एक उम्मीदवार के पास चरित्र, अच्छे विचार होने चाहिए और उनकी छवि पर कोई आंच नहीं आनी चाहिए। लेकिन, वे (आप) इसे समझ नहीं पाए। वे शराब और पैसे में उलझ गए हैं – इससे उनकी (अरविंद केजरीवाल) छवि को नुकसान हुआ है और इसीलिए उन्हें चुनाव में कम वोट मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा, “लोगों ने देखा कि वह (अरविंद केजरीवाल) चरित्र की बात करते हैं लेकिन शराब में शामिल हो जाते हैं… राजनीति में आरोप लगाए जाते हैं। किसी को यह साबित करना होगा कि वह दोषी नहीं है। सत्य सत्य ही रहेगा। जब एक बैठक हुई, तो मैंने फैसला किया कि मैं पार्टी का हिस्सा नहीं बनूंगा और मैं उस दिन से दूर रहा…।”
कवि कुमार विश्वास ने इस हार पर ऐसा बयान दिया है, जो वायरल है। कुमार विश्वास ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कई ऐसी बातें कहीं हैं, जो शायद अरविंद केजरीवाल को कड़वी लगेंगी। कुमार विश्वास ने कहा, ‘करोड़ों लोगों नौकरियां छोड़कर आए थे, दुश्मनियां ली थीं। उन सब की हत्या एक आत्ममुग्ध आदमी ने, चरित्रहीन आदमी ने अपनी निजी महत्वकांक्षाओं की पूर्ती के लिए की। उसको ईश्वरीय विधान से दंड मिला। खुशी इस बात की भी है कि, न्याय हुआ।