शंकराचार्य के आरोप पर केदारनाथ मंदिर समिति ने सबूत पेश करने को कहा
हाल ही में, प्रसिद्ध धर्मगुरु और शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने केदारनाथ धाम में 228 किलो सोने के घोटाले का आरोप लगाया है। इस आरोप ने धार्मिक और राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। शंकराचार्य का कहना है कि केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं द्वारा दान किए गए सोने का सही ढंग से हिसाब-किताब नहीं किया गया है और इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। उनके अनुसार, यह सोना मंदिर के पुनर्निर्माण और विकास कार्यों में इस्तेमाल नहीं किया गया है, बल्कि इसका दुरुपयोग हुआ है।
यह आरोप गंभीर है, इसके लिए पुख्ता सबूतों की आवश्यकता है: मंदिर समिति
इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए, केदारनाथ मंदिर समिति ने शंकराचार्य से सबूत पेश करने की मांग की है। मंदिर समिति के अध्यक्ष ने कहा कि यह आरोप गंभीर है और इसे सिद्ध करने के लिए पुख्ता सबूतों की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि समिति हमेशा से ही पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ काम करती रही है और किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी।
जल्द ही इस मामले से जुड़े सबूत सार्वजनिक करूंगा: शंकराचार्य
मंदिर समिति ने आगे कहा कि अगर शंकराचार्य अपने आरोपों के समर्थन में सबूत पेश करते हैं, तो समिति इसकी जांच कराएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। वहीं, शंकराचार्य ने अपने बयान पर कायम रहते हुए कहा कि वे जल्द ही इस मामले से जुड़े सबूत सार्वजनिक करेंगे।
इस मुद्दे ने धार्मिक समुदाय और आम जनता के बीच गहन चर्चा छेड़ दी है। कई लोग शंकराचार्य के आरोपों को गंभीरता से ले रहे हैं और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं, कुछ लोग मंदिर समिति पर विश्वास जताते हुए इसे महज एक अफवाह मान रहे हैं। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि शंकराचार्य कब और कैसे अपने आरोपों को साबित करते हैं और केदारनाथ मंदिर समिति इस मामले को कैसे संभालती है। इस घटनाक्रम का प्रभाव आने वाले दिनों में और भी स्पष्ट होगा और इससे जुड़ी जानकारियों पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी।