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कर्नाटक: भाजपा नेता भरत शेट्टी पर राहुल गांधी के खिलाफ बयान देने पर मामला दर्ज

कर्नाटक: भाजपा नेता भरत शेट्टी पर राहुल गांधी के खिलाफ बयान देने पर मामला दर्ज

कर्नाटक पुलिस ने बुधवार को भाजपा विधायक भरत शेट्टी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। भरत शेट्टी पर आरोप है कि उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हिंदुओं के प्रति दिए गए बयानों पर उन्हें संसद में थप्पड़ मारने का बयान दिया था। इस मामले में पुलिस आयुक्त अनुपम अग्रवाल ने बताया कि भाजपा के विधायक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 353(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह शिकायत कांग्रेस कार्यकर्ता अनिल कुमार ने दर्ज करवाई है।

क्या है पूरा मामला ?

शेट्टी ने कथित तौर पर कहा था कि राहुल गांधी को संसद में शिव (भगवान) की तस्वीर दिखाने और हिंदुओं को हिंसक कहने के लिए थप्पड़ मारना चाहिए। यह बयान तब आया जब राहुल गांधी ने एक सभा में हिंदुओं के कुछ तत्वों के बारे में टिप्पणी की थी, जिसे भाजपा नेताओं ने विवादास्पद और अपमानजनक माना। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा नेता खुद को हिंदू कहते हैं लेकिन उनकी बातें और क्रियाएं अक्सर हिंसा को बढ़ावा देने वाली होती हैं। कांग्रेस नेता मंजनाथ भद्री ने कहा कि भाजपा नेता अपने बयानों के माध्यम से हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं और इससे समाज में अशांति फैल रही है।

कांग्रेस ने भरत शेट्टी के बयान की कड़ी आलोचना की है। कांग्रेस कार्यकर्ता अनिल कुमार ने इस मामले में शिकायत दर्ज करवाई है और मांग की है कि शेट्टी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। कांग्रेस का कहना है कि इस तरह के बयान न केवल असंवैधानिक हैं बल्कि समाज में हिंसा और अस्थिरता भी पैदा करते हैं। कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष मंजनाथ भद्री ने राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर से शेट्टी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, “शेट्टी ने राहुल गांधी के बारे में जिस तरह बात की है, उसकी वजह से करनाटक कोस्टल के सभी विधायकों के सिर शर्म से झुक गए हैं।” उन्होंने आगे कहा कि भाजपा नेता अपने बयानों के माध्यम से समाज में हिंसा और अस्थिरता फैला रहे हैं, जिसे सहन नहीं किया जा सकता।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

इस बयान ने कर्नाटक की राजनीति में हलचल मचा दी है। भाजपा के नेताओं ने इस बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि राहुल गांधी ने हिंदुओं को अपमानित किया है और शेट्टी ने सिर्फ उनका बचाव किया है। वहीं, कांग्रेस ने इस बयान को गैरजिम्मेदाराना और हिंसक बताते हुए भाजपा पर निशाना साधा है। यह मामला कर्नाटक की राजनीति में एक नया मोड़ लाया है। एक ओर जहां भाजपा अपने नेता के बयान का बचाव कर रही है, वहीं कांग्रेस ने इसे समाज में हिंसा और अस्थिरता फैलाने वाला करार दिया है। अब देखना यह है कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या कार्रवाई की जाती है।

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