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कुरुक्षेत्र से दो बार की पूर्व सांसद कैलाशो सैनी ने भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल

कुरुक्षेत्र से दो बार की पूर्व सांसद कैलाशो सैनी ने भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल

रोहतक : लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा को एक और झटका लग गया। कुरुक्षेत्र से दो बार लोकसभा सांसद रही प्रोफेसर कैलाशो सैनी रोहतक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुई। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पूर्व सांसद कैलाशो सैनी के कांग्रेस में शामिल होने पर खुशी जाहिर की है। लोकसभा चुनाव से ऐन पहले ये घटनाक्रम बीजेपी को बेहद परेशान करने वाले साबित हो सकते हैं।

हाल ही में 3 निर्दलीय विधायकों ने राज्य में बीजेपी सरकार से समर्थन वापस ले लिया था और कांग्रेस को बाहर से समर्थन देने की घोषणा कर दी थी। इसलिए उसकी सरकार हाल ही में विधानसभा में अल्पमत में आ गई है। मंगलवार को तीन निर्दलीयों ने बीजेपी सरकार से अपना समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को बाहर से समर्थन दे दिया है।

कैलाशो सैनी सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ली। बीजेपी के कई पदाधिकारी भी कैलाशो सैनी के साथ कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि लोकसभा और आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत पक्की। कैलाशो ने कहा कि बीजेपी चाहती है संविधान को बदलना, इसलिए पार्टी छोड़ी। बीजेपी दलित पिछड़ों के आरक्षण को खत्म करना चाहती है। बीजेपी के पास चुनाव लड़वाने के लिए उम्मीदवार नहीं है। जनता ही नहीं खुद बीजेपी के नेता व कार्यकर्ता भी इस सरकार से असंतुष्ट है।

बता दें कि कैलाशो सैनी पर राजनीति में किसी भी प्रकार का कोई दाग नहीं है। वह मिलनसार व ईमानदार स्वच्छ छवि की महिला नेता हैं। वह इनेलो की टिकट पर कुरुक्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं। कुरुक्षेत्र जिले में उनका अच्छा खासा प्रभाव है। कैलाशो सैनी को पहली बार 1998 में हरियाणा लोकदल (आर) ने महिला प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने रोचक चुनावी मुकाबले में 3,33,387 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी।

एक साल के अंतराल पर दूसरी बार फिर यहां से इंडियन नेशनल लोकदल (आइएनएलडी) के टिकट पर चुनाव जीता था। कैलाशो को कुरूक्षेत्र जिले में प्रमुख ओबीसी नेता माना जाता है। पिछले चुनाव के मुकाबले उन्हें 1,05,414 वोट अधिक मिले। 1980 में नारनौल से मनोहर लाल, 1991 में तारा सिंह और 1996 में एचवीपी से टिकट लेकर उद्योगपति ओपी जिंदल यहां से चुनाव जीते।

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