जैसे बंगाल में हराया वैसे ही यूपी में हराएंगे: राकेश टिकैत, इस समय पूरे भारत की मीडिया का ध्यान कोरोना महामारी की तरफ़ है लेकिन साथ ही आपका यह जानना भी ज़रूरी है कि देश के किसानों का आंदोलन अभी भी दिल्ली बॉर्डर पर जारी है।
किसान अभी भी तीनों कृषि क़ानून के वापस लिए जाने पर अड़े हुए हैं, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अभी हमने भाजपा को पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव में हराया है, अब यूपी में चुनाव होने वाले हैं वहां भी हम भाजपा को हराएंगे।
टिकैत ने कहा कि यूपी में अभी हुए 3000 सीटों पर ज़िला पंचायत सदस्य चुनाव में भाजपा की केवल 600 सीटें आई हैं जिनमें से 200 सीटें भाजपा ने बेईमानी से जीती हैं।
उन्होंने कहा कि अभी यह भाजपा की हार की शुरुआत है, अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हमारा अगला मिशन यूपी और उत्तराखंड में भी भाजपा को हराना होगा।
अभी भाजपा की हार की शुरुआत हुई है। अगर हमारी बात नहीं एक न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू देते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि 26 मई को सेंट्रल की मोदी सरकार के ख़िलाफ़ पूरे देश में किसान काला दिवस मनाएंगे।
हमने 26 मई को ब्लैक डे ऎलान कर किया है, इस दिन हम भाजपा के विरोध में अपने मकानों और गाड़ियों पर काले झंडे लगाएंगे, 26 मई को ही किसान आंदोलन को 6 महीने पूरे हो रहे हैं और हम इस दिन केंद्र सरकार का पुतला दहन भी करेंगे।
जब कोरोना संकट को लेकर एंकर ने पूछा कि क्या इस कोरोना काल के संकट में आपको डर नहीं लगता?
इसपर टिकैत ने कहा कि, देखो! मौत तो होगी ही, आंदोलन लड़ लेंगे तो कोरोना से लड़ाई चलती रहेगी, कोरोना से सरकार भी लड़ रही है और हम भी लड़ रहे हैं, अगर यह आंदोलन छोड़कर हम चले जाएं तो हमें कोरोना और सरकार दोनों मारेंगे।
राकेश टिकैत ने दो टूक लहजे में कहा कि जब तक सरकार बात नहीं करेगी तब तक यह आंदोलन ख़त्म नहीं होगा, उन्होंने कहा कि किसान बिना मांगे पूरी हुए अपने घर ऐसे ही नहीं जाएगा, जब तक हमारी समस्या का समाधान नहीं होगा किसान अपने घर नहीं जाएगा, टिकैत ने दावा करते हुए कहा कि सभी बॉर्डरों पर किसान अभी भी डटे हुए हैं, खेतों में हैं, पार्कों में हैं, टेंट बनाकर रह रहे हैं, यह आंदोलन अभी भी जारी है।