जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने लद्दाख़ के लोगों से शांति की अपील
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने लद्दाख़ के लेह क्षेत्र में बिगड़ते हालात पर गहरी चिंता व्यक्त की है और लोगों से संयम व शांति बनाए रखने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कठिन समय में हिंसा या कानून हाथ में लेने से स्थिति और जटिल हो जाएगी, इसलिए समाज के हर वर्ग को मिलकर अमन-चैन बहाल करने की कोशिश करनी चाहिए।
उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कठुआ ज़िले में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि, लेह की स्थिति अत्यंत गंभीर है। कई क़ीमती जानें जा चुकी हैं और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा, “मैं केवल यही अपील कर सकता हूँ कि लोग कानून को अपने हाथों में न लें और हर हाल में शांति का रास्ता अपनाएँ।”
मुख्यमंत्री ने इस दौरान केंद्र सरकार को भी निशाने पर लिया और कहा कि लद्दाख़ के लोगों की जो जायज़ माँगें हैं, उन्हें अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। उनके मुताबिक, केंद्र सरकार को इस दिशा में सकारात्मक और ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि क्षेत्र में स्थायी समाधान निकल सके।
पत्रकारों ने जब उनसे भाजपा द्वारा कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों के बारे में सवाल किया, तो उमर अब्दुल्ला ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, “लद्दाख़ में सरकार उनकी है, प्रशासन उनका है। जब ये अपनी ज़िम्मेदारियाँ निभाने में नाकाम होते हैं, तो दोष दूसरों पर डालने लगते हैं।” इस बयान को भाजपा पर सीधा हमला माना जा रहा है।
उमर अब्दुल्ला ने दोहराया कि, राज्य सरकार हमेशा से जनता की आवाज़ उठाने और उनकी समस्याओं को हल करने के पक्ष में रही है। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने जनता से शांति की राह चुनने की अपील की और भरोसा दिलाया कि उनकी जायज़ माँगों को पूरा करने के लिए प्रयास जारी रहेंगे।
लेह में जारी तनाव और हालिया घटनाओं ने पूरे प्रदेश को चिंता में डाल दिया है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि केंद्र सरकार और स्थानीय प्रशासन स्थिति को काबू में लाने और जनता का भरोसा बहाल करने के लिए आगे क्या कदम उठाते हैं।

