यह हमारी गलती थी कि हम गद्दारों को पहचान नहीं सके: उद्धव ठाकरे
इन लोगों ने यह समझ लिया है कि यह सीट उनकी जागीर है, इसलिए शिवसेना के ग़द्दारों को ऐसे दफन कर दो कि आने वाली पीढ़ियों में ऐसे लोग पैदा न हों। शनिवार को मुख्यमंत्री शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे के विधानसभा क्षेत्र कल्याण में एक रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने जनता को यह सलाह दी।
कल्याण लोकसभा सीट के बारे में उद्धव ने कहा, “इस सीट को लेकर हमारी जिम्मेदारी ज्यादा है। ये सिर्फ दफनाने के लिए नहीं है, इसे नर्क में दफनाने के लिए है। उनकी जमानत इस तरह जब्त की जानी चाहिए कि शिवाजी और भगवा को बदनाम करने वालों की अगली पीढ़ी छत्रपति शिवाजी की इस भूमि पर पैदा न हो सके। आज ही काम पर लग जाओ। मैं जिसे भी उम्मीदवार बनाऊं, उसे जिता देना। जो भीड़ दिख रही है वह वोट में तब्दील होनी चाहिए।
अंबरनाथ में अपने भाषण में उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि परिवारों के बारे में बात मत करो, लेकिन अगर कोई हमारे परिवार के बारे में बात करेगा तो हम भी जवाब देंगे। जो परिवार का नहीं हुआ वह परिवार परिवार के बारे में क्या जाने। वह परिवार का महत्व नहीं जानता
उद्धव ठाकरे ने कहा, “इन लोगों को लग रहा था कि कल्याण लोकसभा सीट उनकी जागीर है। लेकिन मैं इस जनसैलाब को देखकर संतुष्ट हूं। 2014 में यह मेरी गलती थी कि मैंने वफादार शिवसैनिकों के बजाय उन्हें टिकट दिया था। अब शिवसेना को यह गलती सुधारनी चाहिए। गौरतलब है कि शिवसेना में बगावत के बाद पहली बार उद्धव ठाकरे ने कल्याण उल्हास नगर और डोंबिवली का दौरा किया। उन्होंने कहा, ”एनसीपी, कांग्रेस, आरपीआई, वंचित बहुजन अघाड़ी, बल्कि और अन्य पार्टियां, जो भी देश भक्त पार्टी है वह हमारे साथ है।
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा, ”हमने 22 जनवरी 2024 को कालाराम मंदिर जाने का ऐलान किया तो प्रधानमंत्री मोदी दौड़कर वहां गए। जब हमने 22 जनवरी को गणतंत्र के राष्ट्रपति को काला राम मंदिर में आमंत्रित किया, तो आनन फ़ानन में प्रधान मंत्री कार्यालय द्वारा राष्ट्रपति को भी निमंत्रण पत्र भेजा गया।अब मैं घोषणा करता हूं कि 22 जनवरी से पहले मैं शिवनेरी जाऊंगा, मोदी जी, आप भी हमसे पहले वहां जाएं और वहां सफाई भी करें।
गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे ने घोषणा की थी कि वह 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जाएंगे बल्कि नासिक के काला राम मंदिर में पूजा करने जाएंगे और वहां एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री ने नासिक का दौरा किया और काला राम मंदिर में पूजा करने के बाद वहां एक रैली को संबोधित किया।