श्री राम को केवल ‘हिंदू’ के रूप में चित्रित करना ग़लत: फ़ारूक़ अब्दुल्ला
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नेशनल कांफ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “भगवान राम का मंदिर खुलने वाला है। जिन्होंने भी ये कोशिश की उनका मंदिर बने मैं उनको धन्यावाद देता हूं। साथ-साथ उनसे ये भी कहता हूं कि भगवान राम केवल हिंदुओं के राम नहीं हैं। वे पूरे विश्व के राम हैं, ये उनकी पुस्तकों में लिखा है। उन्होंने भाईचारे मोहब्बत और एक दूसरे की सहायता की बात की है।
फारूक अब्दुल्ला ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले शुक्रवार को सवाल किया कि क्या भगवान राम एक मंदिर तक ही सीमित हैं? उन्होंने यहां पत्रकारों से बात करते हुए यह भी पूछा कि क्या श्री राम विशेष रूप से भाजपा या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के ही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राम पर किसी का एकाधिकार नहीं है।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘क्या भगवान राम केवल एक मंदिर में रहते हैं? क्या राम के पास कोई अन्य घर (मंदिर) नहीं है? राम सर्वव्यापी हैं। वह वहां भी हैं जहां कोई राम मंदिर नहीं है। वह पूरी दुनिया के राम हैं। उन्होंने कहा कि श्री राम किसी एक संप्रदाय के नहीं हैं और उन्हें केवल ‘हिंदू’ के रूप में चित्रित करना गलत है।
पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि क्या राम केवल भाजपा के हैं? क्या राम केवल आरएसएस के हैं? वे कौन होते हैं किसी को आमंत्रित करने वाले? आपको मंदिर में जाने के लिए निमंत्रण की आवश्यकता क्यों है? अगर मैं उमरा के लिए जा रहा हूं, तो क्या मुझे वहां से निमंत्रण की उम्मीद करनी चाहिए? निमंत्रण प्रक्रिया गलत है। कोई भी राम का संरक्षक नहीं है।