महंगाई शिखर पर, गरीब संकट में: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में महंगाई के कारण गरीबों और किसानों का जीवन मुश्किल हो गया है, जबकि पूंजीपति परिवार फल-फूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में केवल पूंजीपति परिवार के लोग ही फल-फूल रहे हैं।
बाकी सभी क्षेत्रों में दिवालियापन बढ़ रहा है। रोज़मर्रा उपयोग होने वाली वस्तुएं महंगी होती जा रही हैं, लोगों की घरेलू अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। जनता क़र्ज़ के बोझ के नीचे दबी हुई है। क़र्ज़ और निराशा में डूबे परिवार आत्महत्या करने को विवश हैं। यह स्थिति बहुत ही भयावह और चिंताजनक है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में गैस, डीजल, पेट्रोल और घरेलू गैस की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। आटा और दाल के दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं। तेल और खाने-पीने की चीजों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले एक महीने में आटा और दाल के दाम में दस रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है। जनता त्रस्त है क्योंकि सब कुछ महंगा हो गया है। खाद्य पदार्थों में वृद्धि से गरीब और मध्यम वर्ग बहुत प्रभावित हुआ है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सत्ता में वापसी करने वाला भाजपा नेतृत्व उन गरीबों की क्या चिंता करेगा जिनकी रोज़ाना की आय सौ रुपये से कम है। दिहाड़ी मजदूर को अक्सर बिना काम के घर बैठना पड़ता है। मनरेगा में भ्रष्टाचार और घोटाले के कारण मज़दूरों को स्थायी नौकरी नहीं मिल रही है। भाजपा राज में अब सारा काम ठेके पर होता है, जिसमें न नौकरी की सुरक्षा है और न समय पर वेतन मिलने की गारंटी।
उन्होंने कहा कि देश का किसान भी महंगाई से बहुत परेशान है। प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल खराब होने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। बड़े कारोबारी किसानों की आर्थिक तंगी के चलते किसानों की फसल की जमाखोरी कर कालाबाजारी का खेल खेलते हैं। भाजपा सरकार की नीतियों के कारण महंगाई चरम पर है। भाजपा सरकार की मनमानी के कारण देश में गरीबों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। भाजपा सरकार में महंगाई और भ्रष्टाचार से निजात पाना मुश्किल है।