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भारत की प्रगति हर क्षेत्र में दिख रही है: पीएम मोदी

भारत की प्रगति हर क्षेत्र में दिख रही है: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया का हर विशेषज्ञ और हर निवेशक भारत के संदर्भ में बहुत उत्साहित है और भारत ने “परफॉर्म, रिफॉर्म और ट्रांसफॉर्म” के मंत्र पर चलते हुए जो विकास किया है, वह हर क्षेत्र में दिखाई दे रहा है। पीएम मोदी ने यह बात सोमवार को यहां “राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024” का उद्घाटन करते हुए अपने संबोधन में कही।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद सात दशकों में भारत दुनिया की ग्यारहवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया था और पिछले दस वर्षों में भारत दसवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। पिछले दस वर्षों में भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था का आकार लगभग दोगुना कर लिया है। भारत की निर्यात भी पिछले दस वर्षों में लगभग दोगुने हो गए हैं। एफडीआई (विदेशी प्रत्यक्ष निवेश) भी 2014 से पहले की दशक की तुलना में पिछले दशक में दोगुना से ज्यादा हो गया है। इस अवधि के दौरान भारत ने अपने बुनियादी ढांचे के खर्च को लगभग 2 ट्रिलियन रुपये से बढ़ाकर 11 ट्रिलियन रुपये कर दिया है।

उन्होंने कहा कि भारत की सफलता लोकतंत्र, जनसंख्या, डिजिटल डेटा और वितरण की शक्ति को दर्शाती है। भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में लोकतंत्र का इस तरह से पनपना और इतना शक्तिशाली बनना अपने आप में एक बहुत बड़ी सफलता है। लोकतांत्रिक होते हुए मानवता की भलाई, यही भारत के दर्शन का केंद्र है, यही भारत का मूलभूत उद्देश्य है। आज भारत के लोग अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के माध्यम से भारत में एक स्थिर सरकार के लिए वोट दे रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी आबादी यानी युवाओं की शक्ति भारत की प्राचीन परंपराओं को आगे बढ़ा रही है। भारत आने वाले कई वर्षों तक दुनिया के सबसे युवा देशों में शामिल रहेगा। भारत के पास युवाओं का सबसे बड़ा पुल होने के साथ-साथ सबसे बड़ा कुशल युवा समूह भी होगा। इसके लिए सरकार निरंतर कई फैसले ले रही है।

पिछले दशक में भारत की युवा शक्ति ने अपनी क्षमता में एक नई दिशा जोड़ी है। यह एक नई दिशा है, भारत की तकनीकी शक्ति, भारत का डेटा शक्ति। आप सभी जानते हैं कि आज हर क्षेत्र में तकनीक और डेटा की कितनी अहमियत है। यह सदी तकनीक से चलने वाली, डेटा-आधारित सदी है। पिछले दशक में भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या में लगभग चार गुना वृद्धि हुई है। डिजिटल लेन-देन में नए रिकॉर्ड बन रहे हैं और यह केवल शुरुआत है। भारत दुनिया को लोकतंत्र, जनसंख्या और डेटा की असली ताकत दिखा रहा है।

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