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भारतीय संविधान ही हमारे लिए भगवत गीता, कानून चलेगा भावना नहीं

भारतीय संविधान ही हमारे लिए भगवत गीता, कानून चलेगा भावना नहीं

कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद पर कर्नाटक हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही है।

भारतीय संविधान के अनुसार तर्क और कानून के साथ जाने की बात स्पष्ट करते हुए कोर्ट ने कहा है कि भारतीय संविधान ही है हमारे लिए भगवत गीता है। भारतीय संविधान ही हमारे लिए भगवत गीता है और जो संविधान कहेगा हम उसे मानेंगे। हमारे लिए देश का संविधान ही भगवत गीता है और हम उसी का पालन करेंगे।

इस मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आगे कहा कि हम तर्क और कानून के साथ जाएंगे, भावना और जुनून के साथ नहीं। बता दें कि कर्नाटक के उडुपी जिले में एमजीएम कॉलेज के भीतर मुस्लिम छात्राओं को हिजाब के साथ प्रवेश देने से मना करने के बाद देशभर में इस मुद्दे ने सुर्खियां बटोरी है। हिजाब के साथ कॉलेज में आने के लिए प्रतिबद्ध छात्राओं ने कहा कि वह और उनकी सीनियर अतीत में भी हिजाब के साथ कॉलेज में आती रही हैं और वह हिजाब के साथ ही अपनी शिक्षा जारी रखेंगी जिस पर कॉलेज प्राचार्य ने छात्राओं को कॉलेज परिसर में प्रवेश देने से इनकार कर दिया।

हिजाब के साथ कॉलेज आने की अपनी मांग पर अड़ी छात्राओं के विरोध में दक्षिणपंथी छात्रों का एक गुट भगवा चोला पहनकर कॉलेज पहुंच गया और छात्राओं के चारों ओर चक्कर लगाने लगा जिसके बाद से विवाद और गहरा गया है। विवाद के बाद कॉलेज को अगले निर्देश तक के लिए बंद करने की खबरें भी आ रही हैं।

इस मामले में कोर्ट के सामने वरिष्ठ वकील देवदत्त कामत ने कहा कि हिजाब पहनना मुस्लिम संस्कृति का हिस्सा है। छात्रों के एक और गुट ने याचिका दायर की है जो आज की सुनवाई में लिस्टेड नहीं है। उनकी अपील को भी देखना चाहिए और उसके बाद इस मामले की सुनवाई होना चाहिए। जिसके बाद जस्टिस कृष्ण दीक्षित ने याचिकाकर्ताओं के कागज मंगवाए हैं। वहीँ कोलकाता हाईकोर्ट में एडवोकेट जनरल ने कहा है कि कॉलेज को यह स्वतंत्रता दी गई है कि वह यूनिफार्म पर अपना फैसला लें। जिन छात्रों को इस में रियायत चाहिए उन्हें कॉलेज डेवलपमेंट कमेटी से संपर्क करना चाहिए।

बता दे कि उडुपी कॉलेज से शुरू हुए इस विवाद को राजनीतिक रंग देने की भरपूर कोशिश की जा रही है। हिजाब पहनकर कॉलेज में जाने की अनुमति मांगने वाली छात्राओं के जवाब में भगवाधारी गुट सामने आ गया है। भगवा गमछा गले में डालकर छात्रों का एक गुट भी मैदान में उतर गया है और जय श्रीराम के नारे लगा रहा है।

जय श्रीराम के नारे लगा रहे एक छात्र ने कहा कि अगर छात्राओं को हिजाब पहनने की इजाजत है तो हमें भी भगवा गमछा पहनने की अनुमति होनी चाहिए। बताते चलें कि 1 जनवरी को मुस्लिम छात्राएं जब क्लास के लिए पहुंची तो उन्हें हिजाब पहनने के कारण क्लास से बाहर रोक दिया गया था। कॉलेज प्रशासन ने कहा था कि नई नीतियों के कारण छात्राओं को क्लास में हिजाब पहनने की इजाजत नहीं है। इसके बाद हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।

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