अगले महीने से मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ता फिर से शुरू करेंगे भारत और इस्राईल
भारत और इस्राईल नवंबर से मुक्त व्यापार समझौते पर एक बार फिर से बातचीत शुरू करने पर सहमत हुए हैं, और उम्मीद जताई है कि दोनों दोनों के बाद समझौते बाद 2022 के मध्य तक हस्ताक्षर हो जाएंगे।
रायटर्स के अनुसार नरेंद्र मोदी के भारत के प्रधानमंत्री बनने के बाद इस सात वर्षों में दोनों देशों के बीच संबंध बढ़े हैं, और उस समय के दौरान कई रणनीतिक, सैन्य और प्रौद्योगिकी साझेदारी का भी गठन किया गया है।
बता दें कि भारत और इस्राईल के विदेश मंत्रियों की यरुशलम में मुलाकात के बाद दोनों देशों ने एक बयान में मुक्त व्यापार वार्ता की घोषणा की, साथ ही दोनों देश टीकाकरण प्रमाणपत्रों की पारस्परिक मान्यता और पानी और कृषि में विस्तारित सहयोग पर भी सहमत हुए।
इस्राईल के विदेश मंत्री यायर लैपिड ने कहाने अपने बयान में कहा कि “हम कनेक्शन की अपनी नीति के साथ जारी हैं, और हमने कई वर्षों से भारत में एक बहुत ही महत्वपूर्ण सहयोगी देखा है। भारत भी सहयोग के अपने नए अवसर लेकर आया है ।
ग़ौर तलब है कि भारत का लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा सहित कई देशों के साथ नए व्यापार सौदों पर हस्ताक्षर करना है, ताकि निर्यात को बढ़ावा दिया जा सके और देश को कोरोनोवायरस-प्रेरित मंदी से तेजी से उबरने में मदद मिल सके।
भारत के व्यापार मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मार्च, 2021 में समाप्त हुए पिछले वित्तीय वर्ष के अंत तक दोनों देशों के बीच कुल व्यापारिक व्यापार $4.67 बिलियन था।
भारत का लक्ष्य मार्च 2022 में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में लगभग 37% से $ 400 बिलियन के व्यापारिक निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि करना है। अप्रैल-सितंबर 2021 में माल का निर्यात 197.89 बिलियन डॉलर था, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से 57% अधिक था।
बता दें कि भारत एक तरफ फिलिस्तीन से भी रिश्ता रखता है और दूसरी तरफ से भी अपने रिश्ते को बढ़ावा दे रहा है अभी हाल ही में ईरान में हुए चुनाव में बाद भारतीय विदेशमंत्री जयशंकर पीएम मोदी का खत ईरान के नवनिर्वाचित राष्टपति इब्राहीम रईसी के लिए ले कर आए और दोनों देशों ने साथ काम करने पर भी ज़ोर दिया हालांकि ईरान और इस्राईल दोनों के दुश्मनी बहुत पुरानी दुश्मनी है