बॉलीवुड सितारों के सहारे भारत टेक्नोलॉजी लीडर नहीं बन सकता: दिलीप कुमार
दिलीप कुमार, जो द अदर साइड नामक पॉडकास्ट चलाते हैं और स्टॉक ब्रोकिंग फर्म ज़ेरोधा के निवेशक भी हैं, ने मुंबई टेक वीक 2025 को लेकर निराशा जताई। यह आयोजन महाराष्ट्र सरकार और मुंबई टेक एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
कुमार ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा,
“कोई भी देश फिल्मी सितारों के प्रमोशन या राजनीतिक भाषणों से टेक्नोलॉजी लीडर नहीं बन सकता। अगर हम टेक्नोलॉजी को सिर्फ एक शोपीस बनाकर पेश करेंगे, तो भारत कभी भी टेक्नोलॉजी का पावरहाउस नहीं बन पाएगा।” उनकी इस पोस्ट को दस लाख से अधिक व्यूज़ मिले हैं।
फिल्मी सितारों और क्रिकेटरों की भागीदारी पर सवाल
गौरतलब है कि इस आयोजन में बॉलीवुड सितारों, क्रिकेटरों और यूट्यूब इन्फ्लुएंसर्स के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों और उद्योगपतियों को भी शामिल किया गया है। इसमें ज़ेप्टो के आदित पलीचा, क्रेड के कुणाल शाह और ओयो के रितेश अग्रवाल जैसे एआई उद्यमी भाग लेंगे। लेकिन कुमार ने अभिनेता सुनील शेट्टी, फिल्म निर्माता करण जौहर, पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ और पॉडकास्ट होस्ट राज शमानी की मौजूदगी पर सवाल उठाया।
मुंबई टेक वीक 28 फरवरी से 1 मार्च तक चलेगा। इसे एशिया का सबसे बड़ा एआई इवेंट माना जा रहा है, जिसका लक्ष्य मुंबई को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का वैश्विक केंद्र बनाना है।
“टेक्नोलॉजी का विकास सितारों की महफिल से नहीं होता”
कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि मुंबई टेक वीक में कई ऐसे वक्ता शामिल हैं, जिनका एआई रिसर्च, कोडिंग या मॉडल डेवलपमेंट से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने लिखा, “वास्तविक एआई इनोवेशन फिल्मी सितारों की चमक-दमक से नहीं, बल्कि शोधकर्ताओं, पीएचडी होल्डर्स, इंजीनियरों और उन संस्थापकों से आता है जो कोड लिखते हैं, मॉडल बनाते हैं और संपूर्ण सिस्टम विकसित करते हैं।”
चीन के एआई इनोवेशन से तुलना
कुमार की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब चीन के एक स्टार्टअप ने डीपसीक आर1 पेश किया है, जिसने एआई की दुनिया में तहलका मचा दिया। इस इनोवेशन के कारण अमेरिकी स्टॉक मार्केट में भारी गिरावट देखी गई और चीन को एआई रिसर्च में अमेरिका पर बढ़त मिल गई।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत के छह स्टार्टअप अपने फाउंडेशन मॉडल विकसित कर रहे हैं, जो अगले आठ से दस महीनों में तैयार हो जाएंगे। वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रीय एआई मिशन के बजट में दस गुना से अधिक वृद्धि की घोषणा की है।