बिहार के नवादा में दबंगों ने दलित समुदाय के 80 घरों को आग लगाई
नवादाः बिहार के नवादा में देर रात दलित बस्ती में दबंगों के द्वारा आग लगाई गई। लगभग 80 घर जलकर खाक हो गए। इस घटना के बाद बिहार में एक बार फिर से लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठने लगे हैं। विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है तो वहीं बिहार सरकार के मंत्री जनक चमार ने कहा कि दलितों के घरों में आग लगाई गई है। इन दुखद घटनाओं की जितनी निंदा की जाए वो कम है। दबंग कोई भी हो इस सरकार में दबंगों की दबंगई नहीं चलेगी, कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह आग नवादा जिले में फस्सिल थाना क्षेत्र के ददौर गांव के कृष्णा नगर टोले की दलित बस्ती में के घरों में आग लगाई गई है। यह पूरी बस्ती ही दलितों की है। जिनमें महादलित आबादी ज्यादा है। यह आग कथित तौर पर दबंग समुदाय के गुंडों द्वारा लगाई गई थी और इससे सैकड़ों परिवार बेघर हो गए। नवादा जिले में हुई इस घटना में कई जानवरों की भी मौत हो गयी। सूत्रों ने बताया कि वहां के निवासी भागने में सफल रहे, लेकिन घर जलकर राख हो गए।
बिहार में महाजंगलराज महाराक्षस राज आया है: आरजेडी
आरजेडी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने राज्य और केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे और कहा कि नवादा में जो घटना हुई है कहीं न कहीं मानवता को शर्मसार करने वाली घटना हुई है। स्पष्ट रूप से बिहार में महाजंगलराज, महाराक्षस राज आया है। समाज के बीच में इस तरह का वातावरण का निर्माण NDA सरकार अपराध और अपराधियों के माध्यम से कर रही है। नरेंद्र मोदी और नीतीश जवाब दीजिए। इसमें अनुसूचित जाति के लोगों के साथ हुई है उनको कौन सी संख्या से नवाजा जाए। क्या यह संगठित अपराध नहीं है?
जदयू ने भी माना कि नवादा की घटना काफी दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। घटना के कुछ ही देर बाद प्रशासन की टीम वहां पहुंचकर जांच कर रही है। सब कुछ देख रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो लोग भी इस घटना में शामिल थे। इसमें 12 से 13 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और आगे भी कार्रवाई जारी है।
नवादा में दबंगों का आतंक NDA सरकार के जंगलराज का एक और प्रमाण
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बिहार के नवादा में महादलित टोला पर दबंगों का आतंक NDA की डबल इंजन सरकार के जंगलराज का एक और प्रमाण है। बेहद निंदनीय है कि करीब 100 दलित घरों में आग लगाई गई, गोलीबारी की गई और रात के अँधेरे में ग़रीब परिवारों का सब कुछ छीन लिया गया। भाजपा और उसके सहयोगी दलों की दलितों-वंचितों के प्रति घोर उदासीनता, आपराधिक उपेक्षा व असामाजिक तत्वों को बढ़ावा अब चरम पर है। प्रधानमंत्री मोदी जी हमेशा की तरह मौन हैं, नीतीश जी सत्ता के लोभ में बेफिक्र हैं और NDA की सहयोगी पार्टियों के मुँह में दही जम गया है।