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औरंगाबाद रैली में नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से, इधर-उधर नहीं जाने का वादा किया

औरंगाबाद रैली में नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से, इधर-उधर नहीं जाने का वादा किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के दौरे पर हैं। इस दौरान वह औरंगाबाद में पहुंचे। यहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। रैली में प्रधानमंत्री जैसे ही मंच पर पहुंचे तो विशालकाय माला से उनका स्वागत किया गया। बिहार के डेप्युटी सीएम विजय सिन्हा, सम्राट चौधरी और गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय पीएम मोदी को माला पहना रहे थे। तभी पीएम मोदी ने सीएम नीतीश का हाथ पकड़ा और उन्हें माला के अंदर ले लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के दौरे पर हैं। इस दौरान वह औरंगाबाद में पहुंचे। यहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मंच पर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे। उन्होंने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि बिहार की धरती पर आपका हार्दिक स्वागत है। उन्होंने कहा कि आप जब इससे पहले यहां आए थे तब मैं गायब हो गया था।

नीतीश कुमार ने कहा कि देश और बिहार में अब तेजी से काम हो रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि अब हमारे बीच कोई विवाद नहीं है और अब हम मिलकर काम करेंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि पहले मैं यहां से चला गया था और गायब हो गया था, लेकिन अब मैं इधर-उधर नहीं जाऊंगा। आपके साथ रहूंगा और बिहार के लिए काम करता रहूंगा।

हम लोग तो 2005 से एक साथ ही हैं। हम लोग मिलकर लगातार कितना काम किए हैं। हम लोग आपस में मिलजुलकर सारा काम किए हैं। हम चाहते हैं कि सबकी आर्थिक स्थित बेहतर हो जाए। मुझे पूरा भरोसा है कि प्रधानमंत्री जी बिहार आते रहेंगे। इस बार के चुनाव में हमको पूरा भरोसा है कि आप 400 सीट जीतेंगे।

ठीक इसी तरह से 10 मई, 2009 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले लुधियाना में एनडीए की रैली थी। इस रैली में लालकृष्ण आडवाणी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित किए जाने की योजना थी। इस रैली में एनडीए शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बुलाया गया था। इस वजह से बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे थे।

रैली के मंच पर नीतीश कुमार ने जैसे ही कदम रखा तो नरेंद्र मोदी दूसरी ओर से आए और बिहार के सीएम का हाथ पकड़ कर हवा में लहरा दिया। अगले दिन बिहार ही नहीं देश के अखबारों में वह फोटो छपी, जिसे लेकर नीतीश कुमार नाराज हो गए और बाद में दोनों दलों के रिश्तों के टूटने का कारण बनी। इतना ही नहीं लुधियाना से पटना लौटने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि मोदी ने उनकी इच्छा के खिलाफ जाकर उनका हाथ उठाया था।

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